उत्तरकाशी :पूरे विश्व में फैली महामारी के बीच कई कोरोना वारियर्स जो आज देश सेवा का भाव लिए अपने आप को समर्पित कर रहे हैं. वहीं, अपनी व्यक्तिगत या यूं कहें कि जीवन की सबसे बड़ी खुशियों को एक तरफ रखकर इस समय अपने कर्तव्य को प्राथमिकता दे रहे हैं. जिससे कि हमारा देश और समाज सुरक्षित रह सके. ऐसे समय में उत्तराखंड पुलिस की एक नई छवि उभर कर समाने आई है. ईटीवी भारत ऐसे ही कोरोना वारियर्स की कहानी आप लोगों तक पहुंचा रहा है.
उत्तरकाशी पुलिस में तैनात कॉन्स्टेबल सुरेंद्र सिंह चौहान की कहानी भी कुछ ऐसी है. कॉन्स्टेबल सुरेंद्र सिंह चौहान 2012 बैच उत्तराखंड पुलिस में भर्ती हुए थे. इस समय एसपी के गनर के रूप में तैनात हैं. पुलिस के कई जवानों ने अपने पारिवारिक खुशियों को दरकिनार करते हुए ड्यूटी को सर्वोपरि रखा है. ऐसे ही कई जवान पर्दे के पीछे रहकर भी इस कोरोना की जंग में अपना एक अहम योगदान दे रहे हैं.
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ईटीवी भारत से खास बातचीत में कॉन्स्टेबल सुरेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि आगामी 15 और 16 अप्रैल को इनकी शादी तय हुई थी और घर मे शादी की लगभग पूरी तैयारी के साथ ही 1500 कार्ड भी वितरित हो गए थे. लेकिन तभी देश और प्रदेश में कोरोना का कहर टूट पड़ा तो ऐसे समय मे सुरेंद्र सिंह चौहान के सामने जीवन की सबसे बड़ी खुशी और ड्यूटी को चुनने की चुनौती सामने आई.
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कॉन्स्टेबल सुरेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि उन्हें ऐसे समय में लगा कि शादी बाद में भी हो सकती है. लेकिन इस समय ड्यूटी सर्वोपरि है. क्योंकि हर कोई किसी न किसी रूप में कोरोना की इस जंग में अपनी भागीदारी निभा रहा है तो ऐसे समय में अपनी ड्यूटी के साथ सबसे बड़े न्याय करने का समय है.
साथ ही कॉन्स्टेबल ने अपनी होने वाली जीवन संगिनी को भी समझाया कि हम शादी सभी समस्याओं के निदान के बाद भी धूमधाम से कर सकते हैं. लेकिन अभी देश और समाज की सेवा को ही प्राथमिकता देंगे. जिसमें इनकी होने वाली जीवनसंगिनी ने भी इनका हौसला बढ़ाया.