उत्तरकाशी: चीन सीमा से सटे उत्तरकाशी जिले में रविवार दोपहर 12 बजकर 37 मिनट पर भूकंप (Uttarkashi Earthquake) के झटके महसूस हुए हैं. रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 3.6 मापी गई है. जिला आपदा प्रबंधन केंद्र के अनुसार भूकंप का केंद्र उत्तरकाशी में 10 किलोमीटर की गहराई पर था और किसी भी तरह के नुकसान की खबर नहीं है.
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि भूकंप से अभी जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है. जनपद मुख्यालय के मनेरी, मातली, जोशियाड़ा, भटवाड़ी क्षेत्रान्तर्गत भूकंप के झटके महसूस किए गए. अन्य तहसील क्षेत्रों में भूकंप के झटके महसूस नहीं किये गए हैं.
भूकंप के लिहाज से संवेदनशील है प्रदेश: उत्तराखंड भूकंप के अति संवेदनशील जोन पांच एवं संवेदनशील जोन चार में आता है. ऐसे में हिमालयी प्रदेशों में से एक उत्तराखंड में भूकंप के लिहाज से खासे ऐतिहात की जरूरत है. राज्य के अति संवेदनशील जोन पांच की बात करें इसमें रुद्रप्रयाग (अधिकांश भाग), बागेश्वर, पिथौरागढ़, चमोली, उत्तरकाशी जिले आते हैं . जबकि, ऊधमसिंहनगर, नैनीताल, चंपावत, हरिद्वार, पौड़ी एवं अल्मोड़ा जोन चार में हैं और देहरादून एवं टिहरी दोनों जोन में आते हैं.
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उत्तराखंड में 2017 के बाद नहीं आये हैं मॉडरेट भूकंप: उत्तराखंड में साल 2017 के बाद कोई बड़ा भूकंप महसूस नहीं किया गया है. हालांकि इन 4 सालों के भीतर हजारों सैलो भूकंप आए हैं जिनकी तीव्रता 1.5 मैग्नीट्यूड से कम रही है. इसकी वजह से ये भूकंप महसूस नहीं होते हैं. यही नहीं इन 4 सालों के भीतर कई मॉडरेट अर्थक्वेक भी आए हैं, साल 1991 में उत्तरकाशी में 6.5 मैग्नीट्यूड, साल 1999 में चमोली में 6.0 मैग्नीट्यूड के साथ ही साल 2017 में रुद्रप्रयाग में करीब 6.0 मैग्नीट्यूड के भूकंप आए थे. ये मॉडरेट अर्थक्वेक थे और सैलो डेप्थ से आये थे.