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इंसेफेलाइटिस से दो बच्चियों की मौत, अलर्ट हुआ प्रशासन

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Published : Sep 4, 2020, 5:36 PM IST

Updated : Sep 4, 2020, 6:46 PM IST

सीमांत क्षेत्र खटीमा के बलुआ बगुलिया गांव में जापानी बुखार से दो बच्चियों की मौत का मामला सामने आया है.

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इंसेफेलाइटिस से दो बच्चियों की मौत

खटीमा:आजकल जहां लोग एक ओर लोग कोरोना वायरस से जूझ रहे हैं. वहीं, अब जापानी बुखार इंसेफेलाइटिस ने भी लोगों की परेशानियां बढ़ानी शुरू कर दी हैं. सीमांत इलाके खटीमा में इंसेफेलाइटिस ने दस्तक दे दी है. इंसेफेलाइटिस से खटीमा के बलुआ बगुलिया के सिसैया गांव में बच्चियों ने इलाज के दौरान के दौरान दम तोड़ दिया. बच्चियों की मौत के बाद से ही परिवार में मातम छाया हुआ है.

इंसेफेलाइटिस से दो बच्चियों की मौत

खटीमा नेपाल सीमा के गांव से बलुआ बगुलिया के रहने वाले सुनील की बेटी करिश्मा (8साल) और अर्चना (6साल) को पहले तेज बुखार आया. जिसके बाद वे दोनों को दिखाने के लिए स्थानीय डॉक्टर के पास पहुंचे. जहां भी दोनों बच्चियों को कोई राहत नहीं मिली. जिसके बाद सुनील दोनों बच्चियों को उपचार के लिए खटीमा के ही एक निजी अस्पताल में गया. जहां से 27 अगस्त को दोनों को सुशीला तिवारी अस्पताल रेफर कर दिया गया. जंहा दोनों बच्चियों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.

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स्थानीय लोगों का कहना है कि सुनील की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी, इसके कारण वह दोनों बच्चियों का इलाज नहीं करवा पाया. साथ ही उन्होंने कहा कि सुशीला तिवारी अस्पताल में भी बच्चियों को पर्याप्त इलाज नहीं मिला, जिसके कारण दोनों बच्चियों ने दम तोड़ दिया.

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वहीं, खटीमा की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुषमा नेगी ने बताया कि खटीमा के बगुलिया गांव में जिन दो बच्चियों की मौत हुई है उन दोनों में ही जापानी बुखार होने की बात सामने आयी है. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव का दौरा कर पूरे मामले की जानकारी ली है.

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उन्होंने बताया यह परिवार दो साल पहले ही खटीमा के बगुलिया गांव में आया है. उससे पहले यह परिवार रुद्रपुर में रहता था. इन दोनों बच्चियों को इंसेफ्लाइटिस के टीके नहीं लगने की बात भी सामने आयी है. उन्होंने कहा आशाओं के द्वारा पूरे गांव में 2 साल तक के छोटे बच्चों का सर्वे कराकर टीकाकरण कार्यक्रम चलाया जाएगा.

Last Updated : Sep 4, 2020, 6:46 PM IST

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