रुद्रपुर: मेट्रोपोलिस सिटी से सघन चेकिंग अभियान के तहत पुलिस टीम ने फर्जी मार्कशीट बनाने के गैंग का पर्दाफाश (Gang busted for making fake marksheets) किया है. पुलिस ने मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जबकि, गैंग का सरगना फरार चल रहा है. पुलिस टीम को मौके से भारी संख्या में मार्कशीट, ब्लैंक मार्कशीट, माइग्रेशन सर्टिफिकेट और विश्वविद्यालयों की मोहर बरामद हुई है.
कल देर रात सघन चेकिंग के दौरान रुद्रपुर पुलिस ने कई विश्वविद्यालयों की फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गैंग का भंडाफोड़ किया. एसएसपी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी मेघालय सहित कई विश्वविद्यालयों की फर्जी मार्कशीट तैयार कर लोगों को 25 से 50 हजार में बेचा करते थे. ग्राहक इसे छोटी कंपनियों और विदेश जाने के लिए इस्तेमाल करते थे.
फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गैंग का पर्दाफाश पुलिस ने आरोपियों के पास से भारी मात्रा में विश्वविद्यालयों की मुहर, मार्कशीट, ब्लैंक मार्कशीट और माइग्रेशन सर्टिफिकेट बरामद किए हैं. जबकि गैंग का सरगना फरार चल रहा है. गिरफ्तार दो आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर जेल भेज चुकी है.
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बता दें कि मेट्रोपोलिस सिटी में कल देर रात एसएसपी के निर्देश पर सघन चेकिंग अभियान और सत्यापन का कार्य चलाया गया. इस दौरान पुलिस टीम ने दो संदिग्ध को हिरासत में लिया. एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया की फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गैंग का पुलिस टीम ने भंडाफोड़ किया है. टीम ने फर्जी मार्कशीट के साथ दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जबकि गैंग का सरगना फरार चल रहा है.
पुलिस ने मौके से 3 लैपटॉप, 3 प्रिंटर, 4 स्मार्ट फोन, कई विश्वविद्यालय की 17 मोहर, विलियम कैरी यूनिवर्सिटी शिलांग मेघालय की पांच हजार ब्लैंक मार्कशीट, एक हजार ब्लैंक डिग्री शीट, एक हजार ब्लैंक माइग्रेशन शीट, 164 तैयार मार्कशीट, बनाई गई 10 डिग्री, 3 माइग्रेशन सर्टिफिकेट बरामद किए है.
आरोपी 4 विश्वविद्यालय की मार्कशीट बनाते थे और लोगों को बेचते थे. इस फर्जी मार्कशीट का इस्तेमाल लोग प्राइवेट कंपनी और विदेश जाने के लिए प्रयोग करते थे. पूछताछ में आरोपी गौरव चंद, निवासी चूना भट्टा बनबसा और अजय कुमार, राजीव नगर, थाना डोईवाला देहरादून ने बताया की वह नवदीप भाटिया के लिए काम करते हैं. फर्जी मार्कशीट के एवज में ग्राहक से 25 हजार से 50 हजार रुपए लिए जाते थे. जांच के दौरान नितेश चंद और विश्वविद्यालय के विजय अग्रवाल और जितेंद्र उर्फ सुखपाल शर्मा का नाम भी प्रकाश में आया है.