काशीपुर: नवदंपति नाजिया और राशिद हत्याकांड में पुलिस ने मृतक लड़की के पिता और भाई को गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि, अभी इस मामले दो आरोपी (लड़की के मामा) फरार चल रहे हैं, जिनकी तलाश में पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही है. गिरफ्तार किये गए दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया. पुलिस ने दोनों आरोपियों के पास से हत्या में इस्तेमाल तमंचे भी बरामद कर लिए हैं.
मामले का खुलासा करते हुए करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक राजेश भट्ट ने कहा कि सात दिसंबर की शाम को नाजिया और राशिद की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. प्रारंभिक पूछताछ में मृतक नाजिया के पिता मुजम्मिल और भाई मोहसिन का नाम सामने आया था. राशिद के पिता ने भी बेटे और बहु की हत्या के आरोप में नाजिया के पिता मुजम्मिल, भाई मोहसिन और दो मामा जौहर अली और अफसर अली के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया था.
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मुरादाबाद जाने की तैयारी में थे आरोपी
आलाधिकारियों ने चारों आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की दो टीमें गठित की थी. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए यूपी और उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में दबिश दी जा रही थी. इसी बीच पुलिस को जानकारी मिली कि नाजिया का पिता और भाई रामपुर जिले से मुरादाबाद जिले के शरीफ नगर जाने की तैयारी में हैं, तभी पुलिस ने लोहियापुल से दोनों को गिरफ्तार कर लिया.
काशीपुर नवदंपति हत्याकांड में पिता-पुत्र गिरफ्तार. अलग-अलग बिरादरी के थे दोनों
पुलिस ने बताया कि नाजिया और राशिद ने तीन महीने पहले ही प्रेम विवाह किया था. दोनों अलग-अलग बिरादरी के थे इसलिए नाजिया के घरवालों को ये रिश्ता पसंद नहीं था और उन्होंने नवदंपति की हत्या कर दी. राशिद छीपी बिरादरी से था, जबकि नाजिया पठान परिवार से ताल्लुक रखती थी.
वारदात में मामा नहीं थे शामिल?
वहीं, दो अन्य आरोपियों अफसर अली और जौहर अली को लेकर पुलिस खुलकर कुछ नहीं बोल रही है. पुलिस के मुताबिक, आरोपी पिता-पुत्र ने पूछताछ में बताया कि कुछ महीने पहले उनका अफसर अली और जौहर अली से झगड़ा हो गया था, जिसके बाद बोलचाल भी बंद थी. ऐसे में पुलिस का मानना है कि जांच में दोषी पाए जाने पर ही दोनों अन्य आरोपियों (अफसर अली और जौहर अली) की गिरफ्तार की जा सकती है.
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जसपुर में भी की थी हत्या की कोशिश
अपर पुलिस अधीक्षक राजेश भट्ट के मुताबिक, पूछताछ के दौरान आरोपी पिता-पुत्र ने बताया कि एक महीने पहले जब राशिद अपनी पत्नी नाजिया के साथ था, तभी उन्होंने दोनों की हत्या की साजिश रची थी. वारदात के करीब 15 दिन पहले भी आरोपियों ने जसपुर में पतरामपुर के पास कालू सय्यद मजार पर भी इनकी हत्या का प्रयास किया था, लेकिन उस समय वहां राशिद मौजूद नहीं था, इसलिए वो इस वारदात को तब अंजाम नहीं दे पाए.
मुख्य आरोपी का भाई हिस्ट्रीशीटर
पुलिस के मुताबिक, आरोपी मुजम्मिल का भाई जिला मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा तहसील के शरीफ नगर का हिस्ट्रीशीटर भी है. इसलिए इनका भी अपराधिक इतिहास पता किया जा रहा है.
मुख्य आरोपी की सफाई
उधर, गिरफ्तार पिता-पुत्र पुलिस ने बिलकुल अलग बयान दे रहे हैं. अपने ऊपर लगे हत्या के आरोपों पर आरोपी मुजम्मिल ने कहा कि वो और उनका बेटा बेकसूर है. जिस वक्त हत्या हुई इलाके की लाइट गई हुई थी. जब वह अपने घर से बाहर निकले तभी फायर की आवाज आई. जब उन्होंने देखा तो उनकी बेटी जमीन पर मरी पड़ी थी. इस बीच लोगों ने उन पर इल्जाम लगाना शुरू कर दिया तब उन्होंने अपने बेटे से वहां से भाग जाने को कहा.
मुजम्मिल के मुताबिक, उन्होंने राशिद की पुलिस में शिकायत तक नहीं की थी. अगर राशिद और नाजिया को मारना ही होता तो काफी पहले ही मार दिया होता. उन्होंने इसे पूरी तरह से साजिश करार दिया है.