काशीापुरःकुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत काशीपुर दौरे पर रहे. इस दौरान उन्होंने एसडीएम कार्यालय और तहसील का निरीक्षण किया. इसके अलावा वे द्रोणासागर और गिरीताल भी गए. जहां उन्होंने द्रोणासागर में एएसआई के संग्रहालय का भी निरीक्षण किया. इस दौरान काफी संख्या कीड़े मकौड़े मिले, जिस पर उन्होंने सख्त नाराजगी जाहिर की.
कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत (Kumaon Commissioner Deepak Rawat) सबसे पहले एसडीएम कार्यालय पहुंचे. जहां उन्होंने पौधारोपण किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने एसडीएम कार्यालय में तहसील की 143 फाइलों की जानकारी ली. साथ ही मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव के कार्यालय से आने वाले पत्रों का रिकॉर्ड नहीं मिलने रिकॉर्ड व्यवस्थित करने के निर्देश दिए. साथ ही अपील के ऑर्डर के रिकॉर्ड को व्यवस्थित करने को कहा.
खामियां मिलने पर कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने जताई नाराजगी. सीनियर सिटीजन के परिवारवाद मामले जानकारी मांगी तो उन्हें बताया गया कि 18 में से 8 का निस्तारण हो चुका है. अन्य मामलों की देरी के संबंध में भी उन्होंने जानकारी मांगी. जिस पर संतोषजनक जवाब नहीं मिला. साल 2021-22 का खतौनी डाटा अपडेट संबंधी जानकारी न उपलब्ध करा पाने और डाटा का रख-रखाव सही न होने पर रजिस्ट्रार कानूनगो को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए.
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कमिश्नर दीपक रावत ने एक महीने के भीतर खतौनियां ऑनलाइन करने के निर्देश दिए. जिससे भूमि खरीद-फरोख्त में किसी के साथ धोखाधड़ी न हो सके. साथ ही आरसी प्राप्ति एवं राजस्व वसूली पत्रावलियों के निरीक्षण के दौरान राजस्व वसूली में तेजी लाने के निर्देश दिए. वहीं, एसडीएम कार्यालय निरीक्षण के दौरान संतुष्टि जाहिर की.
संग्रहालय में कीड़े मकौड़े मिले तो दीपक रावत हुए नाराजःकमिश्नर दीपक रावत ने द्रोणासागर में स्थित एएसआई के संग्रहालय में अत्यधिक संख्या में कीट-मकौड़े पाए जाने पर सख्त नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि संग्रहालय अपने इतिहास से सीधे-सीधे जुड़ने एवं रूबरू होने का सबसे सशक्त माध्यम होता है. साथ ही साथ ही इतिहास को जानने एवं ज्ञानवर्धक का प्रमुख साधन होता है. संग्रहालय सभी प्रकार से संरक्षित व सुरक्षित होना चाहिए, ताकि ऐतिहासिक वस्तुओं को भी नुकसान न पहुंच सके.
वहीं, उन्होंने ऐतिहासिक गोविषाण टीले पर द्वार, कुआं तक जाने वाला रास्ते पर झाड़ियां उगी होने पर सख्त नाराजगी जाहिर की. मामले में जिलाधिकारी ने कहा कि एनओसी लेकर द्रोणासागर का सौंदर्यीकरण कराया जाएगा. निरीक्षण के दौरान स्थानीय नागरिकों ने भी द्रोणासागर से संबंधित महत्वपूर्ण सुझाव दिए तो कुछ ने अपनी समस्याएं भी रखीं.