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खटीमा गोलीकांड की बरसी पर शहीदों को किया याद, बीजेपी और कांग्रेस ने दी श्रद्धांजलि

1 सितंबर 1994 को राज्य आंदोलन के दौरान हुए खटीमा गोलीकांड की 26वीं बरसी पर आज शहीद स्मारक पर राज्य आंदोलनकारियों, जनप्रतिनिधियों, प्रशासन व आमजन ने शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए.

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Published : Sep 1, 2020, 5:20 PM IST

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खटीमा गोलीकांड की बरसी

खटीमा: उत्तराखंड राज्य आंदोलन को लेकर 1 सितबंर 1994 को हुए खटीमा गोलीकांड की आज 26वीं बरसी है. इस मौके पर आज शहीद स्मारक पर जाकर राज्य आंदोलनकारी, जनप्रतिनिधि और आमजन ने शहीदों का श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान स्थानीय विधायक पुष्कर सिंह धामी, एसडीएम और राज्य आंदोलनकारियों ने शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए. साथ ही राज्य गठन के लिए किए गए उनके महान योगदान को याद किया. वहीं, सभी लोगों ने शहीदों के सपनों के उत्तराखंड को बनाने का भी संकल्प लिया.

खटीमा गोलीकांड की बरसी

क्षेत्रीय विधायक पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 1 सितंबर 1994 को हुए खटीमा गोलीकांड ने आंदोलनकारियों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी. उसके फलस्वरूप ही हमें उत्तराखंड राज्य की प्राप्ति हुई. इसलिए आज हम खटीमा गोली कांड की 26वीं बरसी के अवसर पर शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित करने आए हैं. साथ ही शहीदों के सपनों का उत्तराखंड को पूरा करने का संकल्प भी ले रहे हैं. इसके साथ ही विधायक ने मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप खटीमा में भव्य शहीद स्मारक बनाए जाने की भी बात कही.

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वहीं, शहीद स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री भुवन कापड़ी ने कहा कि उत्तराखंड में राज्य आंदोलनकारी व शहीदों के सम्मान में सिर्फ कांग्रेस सरकार ने ही बेहतर कार्य किया है. उन्हें विश्वास है कि जल्द ही अब खटीमा में भी शहीद स्मारक का भी निर्माण हो जाएगा. वहीं, खटीमा गोलीकांड के प्रत्यक्ष गवाह रहे प्रमुख राज्य आंदोलनकारी भगवान जोशी ने कहा कि उन्हें खुशी है कि खटीमा पुरानी तहसील परिसर को जो कि राज्य आंदोलन से जुड़ी है. उसे संस्कृति विभाग को हस्तांतरित कर भव्य शहीद स्मारक बनाने की पहल हो चुकी है, लेकिन उनकी राज्य सरकार से यह भी मांग है कि जल्दी सरकार सभी राज्य आंदोलनकारियों को लेकर एक परिषद या आयोग का राज्य में गठन करें. ताकि राज्य आंदोलनकारियों के हितों पर सरकार इनके माध्यम से रीति और नीति का निर्माण कर सके.

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