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किसान न्याय यात्रा में पहुंचे AAP सांसद भगवंत मान, जनसभा को किया संबोधित - आम आदमी पार्टी किसान न्याय यात्रा

उधम सिंह नगर के जसपुर से शुरू हुई आम आदमी पार्टी के द्वारा किसान यात्रा में आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पंजाब के आप सांसद भगवंत मान मुख्य रूप से मौजूद रहे. इस दौरान मान ने केंद्र सरकार से किसानों की मांगों पर विचार करने के लिए कहा.

Kashipur Hindi News
काशीपुर न्यूज

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Published : Dec 29, 2020, 5:02 PM IST

Updated : Dec 29, 2020, 7:12 PM IST

काशीपुर/विकासनगर/पिथौरागढ़:आम आदमी पार्टी के द्वारा किसानों को समर्थन में निकाली जा रही किसान न्याय यात्रा आज जसपुर से शुरू होकर काशीपुर होते हुए बाजपुर, रुद्रपुर, सितारगंज, नानकमत्ता, खटीमा के लिए रवाना हुई. उधम सिंह नगर के जसपुर से शुरू हुई आम आदमी पार्टी के द्वारा किसान यात्रा में आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पंजाब के आप सांसद भगवंत मान मुख्य रूप से मौजूद रहे. इस मौके पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी ने भी शिरकत की.

उधम सिंह नगर में आप की किसान न्याय यात्रा.

बता दें कि आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एसएस कलेर और प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया के नेतृत्व में जसपुर से लेकर खटीमा तक पूरे उधम सिंह नगर जिले में दो दिवसीय किसान न्याय यात्रा निकाली जा रही है. इस मौके पर मुख्य तौर पर शिरकत कर रहे आम आदमी पार्टी के पंजाब के सांसद भगवंत मान ने कहा कि किसान पिछले एक महीने से कृषि बिल का विरोध कर रहे हैं. उसी के चलते आज किसान न्याय यात्रा जसपुर से चल रही है, जोकि कल खटीमा में समाप्त होगी.

भगवंत मान के साथ अन्य नेता भी रहे मौजूद.

उन्होंने काशीपुर में नवीन अनाज मंडी स्थित जनसभा स्थल पर जनसभा को संबोधित करते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कृषि कानून बिल को लेकर जबरदस्त हमला बोला इस दौरान मंच से उन्होंने कहा कि "15 लाख की रकम के बारे में सोचता हूं तो कलम रुक जाती है, काले धन की बात सोचते सोचते लिखते लिखते स्याही सूख जाती है, हर बात ही जुमला निकली, मुझे तो यह भी शक है कि चाय बनानी आती है."

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मीडिया से बात करते हुए भगवंत मान ने कहा कि पूरे देश का किसान कानून को रद्द करने की मांग को लेकर आंदोलित है. दिल्ली के बॉर्डर पर पिछले काफी समय से डटा हुआ है और यह सभी किसान केंद्र सरकार से यह गुहार लगा रहे हैं कि यह काले कानून वापस ले लो, लेकिन अहंकार में डूबी केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार एक तरफ तो बिल में अमेंडमेंट करने की बात कह रहे हैं. इसका मतलब साफ है कि सरकार भी यह मान रही है कि कानून में कोई कमी है.

वहीं, दूसरी तरफ यही सरकार इस कानून को फायदे के कानून बता रही है. सरकार को यह कानून तुरंत वापस ले लेना चाहिए, जिसके लिए यह कानून बना है. अगर वही किसान जिस कानून को रद्द करने की मांग कर रहा है तो सरकार को यह कानून वापस ले लेना चाहिए. भगवंत मान ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में उत्तराखंड और पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनती है तो किसानों का गन्ने का भुगतान ब्याज समेत वापस करवाएंगे और साथ ही बंद पड़ी चीनी मिलों को शुरू करवाया जाएगा.

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विकासनगर में किसान आंदोलन के समर्थन में कांग्रेस का सांकेतिक धरना

किसान आंदोलन को लेकर विकासनगर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सांकेतिक धरना दिया. जिसमें कांग्रेस के पूर्व कैबिनेट मंत्री नवप्रभात ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा की संसद में लोकसभा व राज्यसभा में पूर्ण बहुमत के बाद भी इस कानून की चर्चा नहीं हुई. अगर चर्चा होती तो लोगों की समझ में आ जाता, कि कानून कितने फायदे के कानून हैं. लेकिन आपने चर्चा नहीं की. जब शीतकालीन सत्र की बात आई तो आपको कोरोना याद आ गया, जबकि कोरोना काल के चलते ही आपने बिना किसी चर्चा बहस के चंद मिनटों में यह कानून पास करा लिया.

नवप्रभात ने कहा अगर कोई जिम्मेदार व्यक्ति पद पर बैठा हुआ यह कहे कि अगर आंदोलन लंबा चलेगा तो, और शहदतें हो जाएंगी. आंदोलन चलते हुए 47 किसानों ने बलिदान दिया है. इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा.

Last Updated : Dec 29, 2020, 7:12 PM IST

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