धनोल्टी: मुख्यमंत्री के प्रस्तावित ड्रीम प्रोजेक्ट सौंग बांध के निर्माण की खबरों से प्रस्तावित बांध से प्रभावित क्षेत्रीय ग्रामीण आशंकित हैं. ग्रामीणों का कहना है कि जिला प्रशासन, कार्यदायी संस्था के अधिकारियों ने उन्हें लगातार भ्रमित किया है. इसी कड़ी में ग्रामीणों ने एक बार फिर विस्थापन की मांग को लेकर ग्राम सौंदणा में एक बैठक का आयोजन किया. प्रभावितों का कहना है कि उनके द्वारा शासन-प्रशासन के सामने कई बार मांगों को रखा गया है. इसमें मुख्य रूप से पुनर्वास, जल-जंगल-जमीन आदि की समुचित व्यवस्था शामिल है. उनका कहना है कि अधिकारियों द्वारा स्थिति स्पष्ट न होने से वो आशंकित हैं.
बता दें कि, बैठक में वरिष्ठ उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी रविंद्र जुगरान को आमंत्रित किया गया था. रविंद्र जुगरान ने बैठक में शामिल प्रधानगणों, क्षेत्र पंचायत के सदस्यों और स्थानीय ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि प्रस्तावित बांध से होने वाली दिक्कतों को दूर करने के लिए वह हर समय ग्रामीणों के साथ हैं. उन्होंने कहा कि स्थानीय ग्रामीणों के साथ किसी भी तरह का अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. स्थानीय लोगों की समस्या के निदान के लिए वह इस प्रकरण का पूर्ण अध्ययन कर लड़ाई को लड़ने के लिए हर तरह से तैयार हैं.
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