टिहरीः उच्च शिक्षा मंत्री धन सिह रावत के महाविद्यालय की आवश्यकताओं को पूरा करने के दिये गये आश्वासन को सात माह बीत चुके हैं. लेकिन, मंत्री के वादे राजकीय महाविद्यालय नैनबाग में अभी तक धरातल पर नहीं उतर पाए हैं. छात्रों की मांग है कि एम.ए. की कक्षाएं शुरू की जाए, कॉलेज में शिक्षकों की नियुक्ति हो और बैठने के लिए फर्नीचर उपलब्ध हो.
कॉलेज की बेहतरी के लिए सड़क पर उतरे छात्र अब छात्रों के सब्र का बांध टूट पड़ा है. सैंकड़ों की संख्या में छात्र इकट्ठा हुए. उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. आंदोलनरत छात्रों का राजकीय इन्टर कॉलेज नैनबाग के छात्रों ने समर्थन किया है.
छात्र संघ अध्यक्ष राजमोहन सिह का कहना है कि उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत को छात्रों द्वारा दिसम्बर 2018 में एक मांग पत्र सौंप कर महाविद्यालय की आवश्यकताओं के बारे में अवगत करवाया गया था, जिसे उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा मई-जून तक पूरा करने का आश्वासन दिया गया. लेकिन 7 माह बीत जाने के बाद भी महाविद्यालय की बेहतरी के लिए छात्रों की एक भी मांग को पूरा नहीं किया गया.
आंदोलनरत छात्रों का आरोप है कि इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा कि छात्रों को पढ़ाई छोड़ सड़क पर उतरना पड़ा है और भूख हड़ताल जैसे कदम उठाने पड़ रहे हैं. अगर शीघ्र ही मांगे पूरी नहीं की गईं तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा.
छात्रों की मांगः
⦁ महाविद्यालय नैनबाग में एम. ए. की कक्षाएं शुरू की जायें.
⦁ महाविद्यालय में बी. ए. के महत्वपूर्ण विषय स्वीकृत किये जायें.
⦁ महाविद्यालय में अध्यापकों की कमी को पूरा किया जाये.
⦁ महाविद्यालय में छात्रों को बैठने हेतु फर्नीचर उपलब्ध कराया जाये.