प्रतापनगर:नगर पंचायत लंबगाव में स्वच्छता अभियान को पलीता लग रहा है. नगर पंचायत ने 25 अगस्त को बाजार में कई जगहों पर कूड़ेदान लगाये थे. लेकिन महज 14 दिनों के बाद ही ये कूड़े दान क्षतिग्रस्त हो गए हैं. वहीं, बाजार के बीचोंबीज पड़े कूड़े को हटाने की भी कोई सुध लेने वाला नहीं है.
स्वच्छता अभियान: करोड़ों हुए खर्च फिर भी हालत जस की तस
स्वच्छता अभियान के तहत नगर पंचायत लंबगांव में सफाई व्यवस्थाओं को पटरी पर लगाने के लिए डेढ़ करोड़ रुपये खर्च किये गए हैं. लेकिन बावजूद इसके हालात जस के तस बने हुए हैं.
बता दें कि स्वच्छता अभियान को पलीता लगाने का ये ताजा मामला प्रतापनगर नगर के लंबगांव नगर पंचायत का है. जहां 25 अगस्त को बाजार में 20 जैविक-अजैविक कूड़े के लिए नए कूड़ेदान के स्टैंड लगाए गए थे. लेकिन मात्र 14 दिन के बाद ही सभी कूड़ेदान टूट गये. स्थानीय लोगों ने कई बार नगर पंचायत के ईओ, अध्यक्ष और एसडीएम से इसकी शिकायत भी की, लेकिन जिम्मेदारों ने इस कूड़े के ढेर को हटाने की जहमत तक नहीं उठाई. जबकि, नगर पंचायत को स्वच्छ बनाए जाने को लेकर डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक खर्च करने के बावजूद भी सफाई व्यवस्था पटरी पर नहीं लौटी है.
आलम ये है कि नगर पंचायत की ये कवायद केवल डस्टबिन और कूड़ेदान ही खरीदने तक सिमट कर रह गई है. जबकि, नगर पंचायत में अव्यवस्थाओं का अंबार भी लगा हुआ है जो सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं, इस मामले में ईओ का कहना है कि कूड़ेदानों को क्षति पहुंची है. उसके जिम्मेदार जानवर हैं. क्योंकि ग्रामीण अपने मवेशियों को बाजार में खुला छोड़ देते हैं. जो इस कूड़ेदानों को नुकसान पहुंचा रहे हैं.