टिहरी: 'रैबार-2 आवा आपुण घौर' से प्रदेश सरकार टिहरी झील को साहसिक पर्यटन स्थल की पहचान दिलाने की कवायद में जुट गई है. रैबार के माध्यम से देश की कई जानी-मानी हस्तियां तीन नवंबर को टिहरी में पर्यटन विकास और स्वरोजगार का संदेश देंगी. वहीं, रैबार सम्मेलन के सफल आयोजन के लिए जिला प्रशासन तैयारियों में जुट गया है.
बता दें कि 42 वर्ग किमी क्षेत्र में फैले टिहरी झील को साहसिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने पर प्रदेश सरकार ध्यान दे रही है. इसी क्रम में 16 मई 2018 को टिहरी झील के ऊपर फ्लोटिंग मरीना में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार ने कैबिनेट बैठक कर झील को नया पर्यटन डेस्टिनेशन बनाने की शुरुआत की थी.
टिहरी झील किनारे होगा रैबार-2 कार्यक्रम. पढ़ें:साहित्य की ओर लोगों का रूझान हो रहा कम, प्रोत्सान के लिए बढ़ावा देने की जरूरत
राज्य स्थापना दिवस से पहले तीन नवंबर को कोटी कॉलोनी में रैबार-2 आवा आपुण घौर कार्यक्रम होने जा रहा है. जिसको लेकर टिहरी बांध की झील एक बार फिर चर्चाओं में है. उत्तराखंड सरकार की पहल पर रैबार-2 कार्यक्रम में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के उत्तराखंड की जानी-मानी हस्तियां एक मंच पर राज्य के भविष्य के बारे में चर्चा करेंगी.
पर्यटन को बढ़ावा देने पर रहेगा फोकस
रैबार कार्यक्रम के लिए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, थल सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, पूर्व डीजीएमओ लेफ्टिनेंट अनिल भट्ट, प्रधानमंत्री के सचिव भास्कर खुल्बे, एयर इंडिया के अध्यक्ष और एमडी अश्विनी लोहानी, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, रॉ के पूर्व प्रमुख अनिल धस्माना और हंस फाउंडेशन की माता मंगला को न्योता दिया गया है. बता दें कि ये सभी हस्तियां उत्तराखंड से ही हैं, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में देश-दुनिया में राज्य का नाम रोशन किया है.
रैबार में परोसा जाएंगे पारंपरिक व्यंजन
रैबार-2 सम्मेलन में पहुंचने वाले सभी हस्तियों को दिन के भोज में उत्तराखंड के पारंपरिक व्यंजन परोसे जाएंगे. भोज में फांणा, चौंसा, मंडुवे की रोटी दी जाएगी. इसके अलावा मीठे में टिहरी की प्रसिद्ध सिंगोरी मिठाई और झंगोरे की खीर दी जाएगी.