टिहरी: गंगोत्री-यमुनोत्री यात्रा मार्ग के मुख्य पड़ाव नरेंद्र नगर में श्री देव सुमन राजकीय संयुक्त चिकित्सालय कई वर्षों से विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है. अस्पताल में ईएनटी, ऑर्थोपेडिक, चर्म रोग और फिजीशियन जैसे विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
ऑर्थोपेडिक स्थित श्री देव सुमन राजकीय संयुक्त चिकित्सालय में डॉक्टरों की कमी के कारण लोगों को इलाज में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. अस्पताल में डॉक्टरों के 19 पद स्वीकृत हैं, जिसमें से 12 डॉक्टर ही अस्पताल में कार्यरत हैं.
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रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर गीतिका जोशी सप्ताह में 4 दिन हरिद्वार और दो दिन नरेंद्र नगर में बैठती हैं. 60 बेड के इस अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी होने से मरीज इलाज के लिए ऋषिकेश और देहरादून जाने को मजबूर हैं. यही कारण है कि आज अस्पताल में सिर्फ दो ही मरीज भर्ती हैं. साथ ही अस्पताल में दवाइयों की भी कमी बनी हुई है.
ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय मार्ग पर स्थित इस अस्पताल में सालों से यात्रा सीजन के दौरान भी यात्रियों की सुविधा के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति नहीं की गयी है. अस्पताल में डॉक्टरों की कमी सरकार के दावों की पोल खोल रही है.