धनौल्टीः खेतों में हल जोतने के बाद सोशल मीडिया से चर्चा में आई विकासखण्ड जौनपुर के गैड गांव की प्रिया पंवार से मिलने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पहुंचे. गैड गांव पहुंचे हरदा को प्रिया के पिता और शिक्षक सूर्य प्रताप पंवार ने पहाड़ी अनाज भेंट किया. इस दौरान हरदा ने प्रिया के साथ घर से कामों जैसे मट्ठा बनाना इत्यादि में हाथ बंटाया. दरअसल, कुछ दिन पहले प्रिया ने एक पत्र के माध्यम से हरीश रावत को उनके गांव आने का न्योता दिया था, जिसे हरदा ने आज पूरा किया.
प्रिया से मिलने पहुंचे हरीश रावत गुरुवार को गैड गांव पहुंचकर पूर्व सीएम हरीश रावत ने गांव के मुख्य द्वार पर प्राकृतिक जल स्त्रोत का पानी पिया और प्रिया के जन्म के दौरान रोपे गए पीपल के वृक्ष के पास कुछ समय बिताया. इसके बाद हरीश रावत ने घर के कामों में लगी प्रिया के कामों में हांथ बंटाया. जिसमें पहाड़ी अंदाज में मट्ठा बनाना, सेलू काटकर रस्सी बनाना और गढ़ कलेऊ असका बनाना शामिल था.
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इसके बाद हरीश रावत ने गांव के लोगों के साथ बातचीत की. अपने सरल स्वभाव के लिए मशहूर हरदा जल्द ही ग्रामीणों के साथ घुल-मिल गए. हरदा के साथ बातचीत में गांव के युवाओं ने कोरोना वायरस और लॉकडाउन से रोजगार, शिक्षा व सामाजिक व्यवस्था से जुड़े मुद्दों पर बात की.
जौनपुरी भोज का लिया लुत्फ
युवाओं से बातचीत के बाद हरीश रावत के सम्मान में ग्रामीणों ने जौनपुरी भोज का आयोजन किया. हरदा ने अरसे, बाड़ी, झंगोरे की खीर, भात, मंडुवे की रोटी, कोणी का भात, तिल की चटनी, टिमरू व विभिन्न प्रकार की जड़ी-बूटी की चटनी,सुवाले, अगलाड की मच्छी, दाल के पकोड़े, मट्ठा, मक्खन और घी समेत कई स्वादिष्ठ व्यंजनों का आनंद लिया. इस मौके पर हरीश रावत ने गांव की बेटी प्रिया पंवार की सराहना करते हुए उनके द्वारा खेतों में चलाये गए हल को उत्तराखंड की बेटियों के लिए प्रेरणा बताया.