टिहरी: जिले के आधा दर्जन से अधिक गांवों के लोग भू धंसाव और दरारों से डरे और सहमे हुए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि 24 मेगावाट की भिलंगना हाइड्रोपावर की जल विद्युत परियोजना की टनल गांव के ठीक नीचे से गुजर रही है. जिससे भू-धंसाव और दरारें आने की स्थिति पैदा हो गई है. ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार प्रशासन व जल विद्युत परियोजना के अधिकारियों को इस संबंध में अवगत कराया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई.
भिलंग पट्टी के कई गांवों में भू-धंसाव व दरारें पड़ने की सूचना के बाद तहसील प्रशासन व भूगर्भीय वैज्ञानिकों की टीम ने गांव का दौरा किया और भू-धंसाव व दरारों वाले स्थानों का निरीक्षण किया. वहीं, तहसीलदार महेशा शाह ने कहा कि गांव के निरीक्षण के दौरान खेतों व मकानों में एक फीट से अधिक दरारें दिखाई दे रही हैं.
भूगर्भीय वैज्ञानिक अमित गौरव ने बताया कि दौरे के दौरान गांवों में भू-धंसाव और दरारें दिखाई दे रही हैं. जिसकी रिपोर्ट जल्द तैयार कर जिलाधिकारी को प्रेषित की जाएगी. वहीं, डीएम मयुर दीक्षित ने कहा कि ग्रामीणों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए उनकी हर तरह से मदद की जाएगी. जिला प्रशासन से ग्रामीणों को पूरी सहायता मिलेगी.