प्रतापनगर:नगर के केंद्र बिंदु और गजना पट्टी के केंद्र लमगांव में बने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सात डॉक्टरों सहित कुल 22 पद स्वीकृत हैं. लेकिन यहां पर कोई भी अधिकारी और कर्मचारी परमानेंट तैनात नहीं हो पाया है. जितने भी अधिकारी कर्मचारी इस हॉस्पिटल में तैनात हुए हैं, वह सभी व्यवस्था और संविदा पर कार्य कर रहे हैं. इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इमरजेंसी के साथ-साथ हर महीने 50 से 60 डिलीवरी करवाई जाती हैं, फिर भी यहांं एक भी फीमेल स्टाफ नर्स नहीं है.
वर्तमान समय में कोरोना महामारी के चलते यहां पर एक डॉक्टर, दो फार्मासिस्ट, एक चीफ फार्मासिस्ट, 2 मेल स्टाफ नर्स, एक बीडीएस, एक बीएमएस सफाई कर्मचारी और 3 बहु उद्देश्य कर्मचारी के साथ एक पैथोलॉजिस्ट और एक ड्राइवर कार्यरत हैं. देश और दुनिया कोरोना जैसी महामारी से लड़ रही है. इस समय स्वास्थ्य विभाग, पुलिस, सफाई कर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर दिन-रात अपना फर्ज निभाते हुए लोगों की सेवा कर रहे हैं. वहीं इस आपदा की घड़ी में लोगों की सेवा करने के बजाए लमगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारी आपस में ही लड़ रहे हैं.
यह भी पढ़ें:उत्तराखंड: पीएम मोदी ने अपने इस दोस्त को किया फोन, पूछा हालचाल