रुद्रप्रयाग:विधानसभा चुनाव 2022 का प्रचार जोर पकड़ रहा है.इसी कड़ी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चुनाव प्रचार के लिए बाबा रुद्रनाथ की नगरी रुद्रप्रयाग पहुंचे. गुलाबराय मैदान स्थित हेलीपैड में लैंडिंग के बाद सबसे पहले गृहमंत्री रुद्रनाथ मंदिर पहुंचे और यहां पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिया. इसके बाद शाह ने रुद्रप्रयाग मेन बाजार में जनसंपर्क व डोर टू डोर प्रचार अभियान कर बीजेपी प्रत्याशी भरत चौधरी के लिए वोट मांगे. इस कार्यक्रम के बाद गृहमंत्री अमित शाह पूर्व सैनिकों से संवाद किया.
शाह ने सैनिकों को साधा:रुद्रप्रयाग के 'पूर्व सैनिक संवाद' में पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि, उत्तराखंड वीरों की भूमि है, जहां के असंख्य राष्ट्रभक्तों ने देश के लिए अपना सर्वस्व अर्पण किया है. भाजपा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में सेना और सेना के जवान हैं. पीएम मोदी ने इसे भाषणों में नहीं, सरकार की योजनाओं में चरितार्थ किया है. वो आज यहां भाजपा की ओर से, पूर्व सैनिकों और उत्तराखंड के निवासियों को धन्यवाद देने आये हैं कि आपने जिस तत्परता और वीरता के साथ देश की सुरक्षा की है इसी के कारण आज हमारे देश की सीमाएं सुरक्षित हैं.
उन्होंने कहा कि, उत्तराखंड में पूरे देश और दुनिया की श्रद्धा के केंद्र चारधाम हैं, इसलिए उत्तराखंड का विकास जरूरी है. देश का कोई भू-भाग ऐसा नहीं होगा, जहां से लोग चारधाम में नहीं आते होंगे. देश में कोई ऐसा छोर भी नहीं होगा, जिसकी सुरक्षा के लिए उत्तराखंड का जवान तैनात न हो.
देश की सेना का बढ़ाया है सम्मान:शाह ने बोला कि, पांच साल पहले जब वो उत्तराखंड में आये था तब उन्होंने देवभूमि की जनता को कहा था कि अगर हमें पूर्ण बहुमत की सरकार वीरभूमि की जनता देती है तो हमारा वादा है कि जो काम 70 साल में नहीं हुए हैं वो हम पांच साल में करके दिखाएंगे. 50 के दशक से आज तक हमारा कोई भी चुनावी घोषणा पत्र निकाल कर देख लीजिए, अनेक ऐसे काम भाजपा ने किए हैं जिससे देश की सेना का सम्मान बढ़ने का काम हुआ है. यही नहीं, पीएम मोदी ने देहरादून में सैन्यधाम बनाकर सभी शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि देने का काम किया है.
ये है भाजपा की प्राथमिकता:शाह ने कहा कि, कांग्रेस की तीन पीढ़ी भी OROP की समस्या का हल नहीं कर पाई और मोदी सरकार ने 2015 में वन रैंक-वन पेंशन को लागू किया, जो यह बताता है कि भाजपा की प्राथमिकता क्या है. 2013-14 में रक्षा बजट 2 लाख करोड़ रुपए रह गया था जिसे 2021-22 में बढ़ाकर 4 लाख 78 हजार करोड़ रुपए करने का काम मोदी सरकार ने किया. सेना के आधुनिकीकरण और देश को शस्त्रों के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी मोदी सरकार ने ढेर सारे काम किये हैं.
सैनिकों को आधुनिक रक्षा सामग्री मिले, क्वालिटी में कोई कॉन्प्रोमाइज न हो, ये भाजपा सरकार ने तय किया है. भाजपा की स्थापना से ही देश की सुरक्षा, सैन्य बलों का आधुनिकीकरण, सैनिकों को सुविधा और रिटायर्ड सैनिकों की सुविधाओं में बदलाव करने के लिए भाजपा हमेशा कटिबद्ध रही है. केंद्र सरकार ने दशकों बाद सेना को नई राइफल, बुलेटप्रूफ जैकेट दी जो आज पूर्णतः स्वदेशी हैं.