डीडीआरएफ के जवानों को दिया जा रहा प्रशिक्षण केदारनाथ: भारत में चारधाम यात्रा का बहुत धार्मिक महत्व है जो कि इस साल अप्रैल में शुरू होने जा रही है. इस बार यात्रा मार्ग पर जगह-जगह तैनात रहने वाले डीडीआरएफ के जवानों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है. डिस्ट्रिक्ट डिजास्टर मैनेजमेंट फोर्स रुद्रप्रयाग में लगभग पचास जवान हैं, जो हर समय आपदा कंट्रोल रूम में तैनात रहते हैं और किसी भी आपदा के समय सबसे पहले पहुंचते हैं.
चारधाम यात्रा के लिये डीडीआरएफ के जवानों को विशेष प्रशिक्षण: केदारनाथ यात्रा के सफल संचालन में डीडीआरएफ के जवानों का विशेष योगदान रहता है.
यात्रा मार्ग सहित धाम पर होने वाली किसी भी घटना में सबसे पहले डीडीआरएफ के जवान पहुंचते हैं. प्रशिक्षण में घायल यात्री का प्राथमिक उपचार करने के बाद स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाना. खाई से निकालना आदि के बारे में जानकारियां दी जा रही हैं.
केदारनाथ धाम की यात्रा में विशेष सहयोग देते हैं ये जवान:इन जवानों का केदारनाथ धाम की यात्रा में विशेष सहयोग होता है. जवान केदारनाथ धाम के साथ ही पैदल मार्ग पर एक निश्चित दूरी पर तैनात रहते हैं. पैदल यात्रा मार्ग पर या मुख्य धाम पर किसी भी प्रकार की दुर्घटना के समय यह जवान सबसे पहले रेस्क्यू के लिये तत्पर रहते हैं. इसीलिये आगामी यात्रा को देखते हुये इन जवानों को पहले से ही तैयार किया जा रहा है और किसी भी प्रकार की आपदा में बचाव कार्य के लिये एडवांस प्रशिक्षण दिया जा रहा है. यात्रा के अलावा इन जवानों को तहसील स्तर पर तैनात किया जाता है और बारिश के सीजन में होने वाले राहत-बचाव कार्यों में इन जवानों का सबसे अहम योगदान होता है.
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डीडीआरएफ का गठन आपदा के समय प्राथमिक भूमिका निभाने के लिये और यात्रा के सफल संचालन के लिये किया गया है. रुद्रप्रयाग के आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि,"आगामी चारधाम यात्रा को देखते हुये डीडीआरएफ के जवानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जवानों को आपदा और किसी भी प्रकार की दुर्घटना के बाद बचाव कार्यों, प्राथमिक उपचार, चिकित्सालय पहुंचाना आदि के बारे में विशेषज्ञों की ओर से जानकारिया दी जा रही हैं.