रुद्रप्रयाग: जिलाधिकारी ने जनपद के पांच विद्यालयों के विलय पर रोक लगा दी है. जिसके चलते क्षेत्रीय जनता और अभिभावकों में खुशी का माहौल है. ऐसे में उन्होंने क्षेत्रीय विधायक भरत सिंह चौधरी और जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल का आभार जताया है.
बता दें कि स्कूलों के विलय को लेकर पिछले पांच दिनों से ग्रामीण मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय के बाहर विरोध कर रहे थे. मंगलवार को विलय पर रोक लगने के बाद उन्होंने इस धरने को समाप्त कर दिया. साथ ही स्कूली छात्रों ने भी राहत की सांस ली है.
विद्यालयों के विलयीकरण पर रोक लगने से जनता और अभिभावकों में खुशी की लहर. पढ़ें-सिस्टम बचाओ आंदोलनः इलाके की समस्याओं को लेकर इस शख्स ने अकेले ही सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा
दरअसल, शासन स्तर से 30 संख्या से कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों को बंद करने के आदेश दिये गये थे. जिसमें रुद्रप्रयाग जनपद के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तूना, कमोल्डी, क्वीली-कुरझण, गंधारी एवं देवर विद्यालयों को बंद करते हुए इनका विलय अन्य विद्यालयों में करने के निर्देश जारी हुए थे. जिसके बाद से अभिभावकों और ग्रामीणों में प्रशासन से खिलाफ आक्रोश था.
क्षेत्रीय विधायक भरत सिंह चौधरी का कहना है कि आक्रोशित ग्रामीणों की समस्याओं को समझते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री से बात कर शिक्षा सचिव को मामले में कार्रवाई के लिए कहा. इसके बाद शासन स्तर से जिलाधिकारी को पत्र भेजा गया, जिसमें स्कूलों के विलय पर रोक लगाने के आदेश देते हुए स्कूलों को यथावत रहने का निर्णय लिया गया. जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को मौखिक रूप से निर्देश दिए और सीईओ ने समस्त स्कूलों के विलय पर रोक लगाते हुए पत्र जारी किया.