रुद्रप्रयागः केदारनाथ हाईवे पर फाटा के पास सड़क चौड़ीकरण का काम किया जा रहा है, लेकिन स्थानीय लोग कार्यदायी संस्था पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं. उनका कहना है कि संस्था की हीलाहवाली और कटिंग के लिए समय निर्धारित न करने पर लोगों को घंटों जाम में फंसना पड़ रहा है. जिसकी वजह से सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चों को हो रही है. साथ ही सड़क चौड़ीकरण के काम से खाट गांव भी खतरे की जद में आ गया है. जिसे लेकर स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है.
केदारनाथ हाईवे पर सड़क चौड़ीकरण का काम दरअसल, केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर फाटा कस्बे से पहले डोलिया देवी के पास सड़क चौड़ीकरण का काम चल रहा है. इससे पहले केदारनाथ आपदा के बाद से मैखण्डा से फाटा के बीच करीब दो किमी दायरे में राजमार्ग के सुधारीकरण की मांग की जा रही थी. जहां सुधारीकरण का काम पिछले साल अप्रैल महीने से शुरू हुआ, लेकिन यात्राकाल में कटिंग का काम बंद रहा. वहीं, केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद दोबारा कटिंग का काम शुरू किया गया है.
ये भी पढ़ेंःकुंड-गुप्तकाशी राजमार्ग के पुनर्निर्माण पर उठे सवाल, करोड़ों के बजट को ठिकाने लगाने का लगा आरोप
कटिंग का काम कर रही एनएच विभाग की कार्यदायी संस्था ने कटिंग के लिए निश्चित समय जारी नहीं किया है. जिससे स्थानीय जनता और मालवाहक वाहनों को घंटों तक सड़क खुलने का इंतजार करना पड़ रहा है. सुबह के समय मार्ग बंद हो जाने से स्कूली छात्र-छात्राओं समेत आवश्यक कार्यों से कहीं जा रहे लोगों को घंटों जाम में फंसना पड़ रहा है. सड़क चौड़ीकरण से राजमार्ग के ऊपर स्थित खाट गांव भी खतरे की जद में आ चुका है.
कनिष्क प्रमुख शैलेंद्र कोटवाल ने बताया कि विकास कार्य आवश्यक हैं, लेकिन कार्यदायी संस्था को कटिंग के लिए नियत समय निर्धारित करना चाहिए. जिससे स्थानीय जनता को परेशानी न हो. स्थानीय निवासी जगत सिंह रमोला ने बताया कि वो किसी आवश्यक काम से जा रहे थे, लेकिन सड़क मार्ग घंटों बंद हो जाने के कारण वो नियत समय पर नहीं पहुंच पाए.
सामाजिक कार्यकर्ता प्रमोद नौटियाल ने बताया कि कार्यदायी संस्था सड़क कटिंग का काम तो कर रही है, लेकिन इसके लिए कोई निश्चित समय निर्धारित नहीं किया है. कई घंटे वाहनों को सड़क खुलने का इंतजार करना पड़ रहा है. वहीं, केदारघाटी की जनता ने शासन-प्रशासन से केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कटिंग के काम को लेकर समय निर्धारित करने की मांग की है.