रुद्रप्रयाग: केदारनाथ यात्रा को लेकर जिलाधिकारी वंदना चौहान ने तीर्थ पुरोहितों के साथ बैठक की. जिलाधिकारी ने कहा कि तीर्थपुरोहित समाज के सुझाव को देवस्थानम बोर्ड को प्रेषित किया जाएगा. वर्तमान में सरकार ने निर्णय लिया है कि यात्रा के संचालन के लिए देवस्थानम बोर्ड द्वारा सभी पक्षों के सुझाव व सहभागिता के बाद ही यात्रा संचालित की जायेगी.
जिलाधिकारी ने कहा कि केदारनाथ रावल भीमाशंकर लिंग ने पत्र के माध्यम से सुझाव दिया है कि इस वक्त पूरे देश में कोरोना का कहर है और अगर इस दौरान केदारनाथ यात्रा शुरू की जाती है तो कोरोना के फैलने का खतरा और बढ़ जाएगा. ऐसे में सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए सितम्बर माह से यात्रा पर विचार किया जाए.
30 जून से पहले शुरू नहीं होगी केदारनाथ यात्रा. इसके साथ ही तीर्थ पुरोहित श्रीनिवास पोस्ती ने केदारनाथ यात्रा को 30 जून के बाद चरणबद्ध तरीके से खोलने का सुझाव दिया है. पहले चरण में कालीमठ, गुप्तकाशी, विश्वनाथ, ओंकारेश्वर व अन्य मंदिरों को स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए खोला जाए और स्थिति को देखते हुए दूसरे चरण में केदारनाथ धाम, मद्महेश्वर की यात्रा पर विचार किया जाए.
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उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोरोना का संक्रमण फैलता ही जा रहा है. सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए यात्रा खोलने से संक्रमण की संभावना है. वर्तमान में श्रद्धालुओं के लिये रहने और खाने की व्यवस्था भी नहीं है. आगामी यात्रा को लेकर क्षेत्रीय लोगों को व्यवस्था के लिए आवागमन की अनुमति दी जाए.