उत्तराखंड: पिछले कई दिनों से हो रही बर्फबारी और बारिश ने पहाड़ी जिलों समेत मैदानी इलाकों में मुसीबत बढ़ा दी है. बर्फ की सफेद चादर से ढका पहाड़ लोगों के लिए मुसीबत का कारण बन रहा है. कड़ाके की ठंड से जहां लोग बेहाल हैं, वहीं मार्ग बंद होने से पर्यटक सहित स्थानीय लोग फंसे पड़े है. हिमपात से कई गांवों का संपर्क टूट गया है. वहीं कई इलाकों में बिजली आपूर्ति भी ठप है.
रुद्रप्रयाग
रुद्रप्रयाग जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में आफत की बर्फबारी हुई है. बर्फबारी के बाद अधिकांश गांवों का संपर्क देश-दुनिया से टूट गया है. जगह-जगह मोटरमार्ग बंद हो गये हैं. बीस से अधिक गांवों में विद्युत और पेयजल की आपूर्ति ठप पड़ी हुई है. बर्फबारी के कारण सीमांत गांव गौंडार, गडगू, तोंषी से संपर्क टूट गया है. रुद्रप्रयाग-पोखरी, केदारनाथ-टिहरी, चोपता-बद्रीनाथ, सोनप्रयाग-त्रियुगीनारायण सहित अन्य मोटरमार्गों पर बुधवार से आवाजाही ठप है.
चंपावत
चंपावत जिले में बर्फबारी ने पिछले 8 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. रात भर हुई बर्फबारी से एनएच और ग्रामीण सड़कें बंद हो चुकी हैं. भारी हिमपात से कई जगहों पर पेड़ टूटने से बिजली के खंभे क्षतिग्रस्त हो गए हैं. जिससे बिजली की आपूर्ति ठप है. वाहनों के ऊपर बर्फ की मोटी परत जमी हुई है. वहीं बिजली पानी और यातायात को लेकर लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
पौड़ी
पौड़ी में बुधवार देर रात से हो रही बर्फबारी के बाद पौड़ी शहर और इसके आसपास का पूरा क्षेत्र बर्फ की चादर से ढक गया है. बर्फबारी के बाद दूर-दूर से पर्यटक पौड़ी में बर्फ का आनंद लेने पहुंच रहे हैं. जानकारी के अनुसार करीब कई साल बाद इतनी बर्फबारी हुई है. बर्फबारी के बाद जगह-जगह पेड़ टूटने से विद्युत आपूर्ति ठप है. वहीं कई जगहों पर मार्ग बंद पड़ा है. जिसे प्रशासन द्वारा खोलने का प्रयास किया जा रहा है.
मसूरी
बुधवार को हुई भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. मसूरी-धनोल्टी मार्ग पर बर्फबारी होने के कारण कई पर्यटक धनोल्टी और आसपास के क्षेत्रों में फंसे हुए हैं. जिनको प्रशासन द्वारा बुधवार देर रात को आसपास के होटलों में ठहराया गया. रास्ता बंद होने से गाड़ियां फंसी पड़ी हैं. जिससे लोगों को बर्फबारी के बीच पैदल मसूरी आना पड़ रहा है. रोज रोजमर्रा की जरूरत के सामान दूध, सब्जी आदि की सप्लाई भी प्रभावित हो गई है. जिससे लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.