रुद्रप्रयागःआगामी एक जुलाई से तीन जिलों के लिए चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है. जिसे लेकर पुलिस प्रशासन ने कमर कस ली है. इसी कड़ी में पुलिस उपाधीक्षक अनिल मनराल ने सोनप्रयाग व गौरीकुंड का भ्रमण कर पुलिसकर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. साथ ही कोरोना से बचाव के लिए गाइडलाइन का पालन कराने को कहा.
बता दें कि शुक्रवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की अध्यक्षता में कैबिनेट की महत्वपूर्ण बैठक हुई. जिसमें आगामी एक जुलाई से उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली जिले के लोगों के लिए चारधाम यात्रा खोलने पर मुहर लगाई गई. हालांकि, सभी को कोविड RT-PCR और रैपिड एंटीजन टेस्ट के साथ लाना अनिवार्य होगा. जिसे लेकर शासन-प्रशासन और पुलिस की ओर से केदारनाथ यात्रा की तैयारियों का जायजा लिया जा रहा है.
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यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लेने गुप्तकाशी पुलिस उपाधीक्षक अनिल मनराल सोनप्रयाग और गौरीकुंड पहुंचे. इस दौरान सीओ ने यात्रा को लेकर पुलिसकर्मी के साथ संवाद कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. साथ ही कहा कि जिले में संचालित होने वाली केदारनाथ यात्रा के लिए कोविड के दृष्टिगत जिस प्रकार की गाइडलाइन आएंगी, उसी के अनुसार कार्य किया जाएगा.
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बिना अनुमति के धाम में प्रवेश नहीं
फिलहाल, किसी भी व्यक्ति को बिना अनुमति के केदारनाथ धाम में नहीं आने दिया जाएगा. कोविड से बचाव के लिए जरूरी दिशा-निर्देशों का पालन करना सुनिश्चित किया जाएगा. इस अवसर पर प्रभारी निरीक्षक कोतवाली सोनप्रयाग योगेंद्र सिंह, वरिष्ठ उपनिरीक्षक कोतवाली सोनप्रयाग रविंद्र कुमार, चौकी प्रभारी गौरीकुंड योगेश कुमार समेत अधीनस्थ पुलिस बल मौजूद रहे.
देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ केदारनाथ में तीर्थ पुरोहितों का धरना जारी
देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर केदारनाथ धाम में तीर्थ पुरोहितों का धरना शनिवार को भी जारी रहा. तीर्थ पुरोहित एक ओर जहां बाबा केदार की पूजा अर्चना कर विश्व की खुशहाली की कामना कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं. तीर्थ पुरोहितों की मांग है कि सरकार शीघ्र महासभा से वार्ता कर हल निकाले.
सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरेंगे तीर्थ पुरोहित
तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि बीते लंबे समय से तीर्थपुरोहितों के विरोध के बाद भी सरकार मौन है. सरकार देवस्थानम बोर्ड को लेकर उनके हक खत्म करना चाहती है. जिसे कभी भी सफल नहीं होने दिया जाएगा. साथ ही कहा कि सरकार के खिलाफ जन आंदोलन में यात्रा से जुड़े व्यापारी व आमजन को भी शामिल किया जाएगा. वहीं, तीर्थपुरोहितों ने कहा कि यदि सरकार इस मामले में जल्द सरकारात्मक कार्रवाई नहीं करती है, तो तीर्थपुरोहित सड़कों पर आंदोलन को मजबूर होंगे.