रुद्रप्रयाग:देवस्थानम बोर्ड की ओर से राज्य के लोगों के लिए चारधाम यात्रा की अनुमति दे दी गई है. जिसके बाद आज 55 से ज्यादा श्रद्धालु केदारधाम पहुंचे. जिसमें 36 श्रद्धालु प्रदेश के अलग-अलग जनपदों से यहां पहुंचे. केदारधाम में पहुंचे श्रद्धालुओं ने सामाजिक दूरी बनाते हुए दो-दो करके सभामंडप से ही बाबा केदार के दर्शन किये. मंदिर समिति द्वारा यात्रा को लेकर उचित इंतजाम किए गए हैं.
कोरोना संक्रमण के बीच सरकार ने राज्य स्तर पर यात्रा का संचालन शुरू कर दिया है. इस दौरान सुबह सात बजे से ही सोनप्रयाग में 50 से अधिक श्रद्धालु पहुंचे. जिनका पंजीकरण कर पुलिस ने उन्हें पैदल मार्ग से धाम के लिए रवाना किया. इनमें अल्मोड़ा, चंपावत, देहरादून, बागेश्वर, हरिद्वार, नैनीताल और पौड़ी जनपद के श्रद्धालु शामिल थे. केदारनाथ यात्रा खुल जाने से व्यापारियों के चेहरों पर खुशी है.
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पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि देवस्थानम बोर्ड की ओर से राज्य के लोगों के लिए चारधाम यात्रा शुरू कर दी गई है. ऐसे में यात्रा पड़ावों पर पुलिस जवानों की तैनाती की गई है. बुधवार को 55 से ज्यादा श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंचे हैं. इससे पहले जनपद वासियों के लिए यात्रा प्रारम्भ की गई थी. जिसमें चार से पांच श्रद्धालु ही केदारनाथ धाम पहुंचते थे. अब यात्रा का आंकड़ा बढ़ने लगा है. उन्होंने कहा यात्रा पड़ाव के सोनप्रयाग, गौरीकुण्ड, लिनचौली, भीमबली और केदारनाथ में पुलिस जवानों के साथ ही एसडीआरएफ की टीमें भी तैनात हैं.
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वहीं केदारनाथ धाम पहुंचे तीर्थ यात्रियों में मायूसी देखी गई. धाम पहुंचे श्रद्धालुओं को सभामंडप से ही बाबा के दर्शन करने पड़े. श्रद्धालु गर्भगृह के दर्शन करना चाहते थे, मगर गर्भगृह के दर्शनों की अनुमति न होने से उन्हें निराश होना पड़ा. तीर्थ पुरोहित संतोष त्रिवेदी ने कहा कि केदारनाथ में रहने खाने की उचित व्यवस्था नहीं है.