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हर साल की तरह इस बार भी कुमाउंनी होली का जायका बढ़ाएंगे पहाड़ी आलू के गुटके

कुमाऊं में शायद ही कोई ऐसी होली हो, जहां होल्यारों के लिए आलू के चटपटे पहाड़ी गुटके न बनते हों. आलू के गुटकों पर चार चांद लगाती है भांग की चटनी.

Pithoragarh
पहाड़ी आलू के गुटके

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Published : Mar 9, 2020, 5:04 PM IST

Updated : Mar 9, 2020, 6:35 PM IST

पिथौरागढ़: बदलते वक्त के साथ कुमाउंनी होली में काफी कुछ बदला है, लेकिन नहीं बदला तो आलू के गुटके और भांग की चटनी का स्वाद. कुमाऊं में शायद ही कोई ऐसी होली हो जहां होल्यारों के लिए आलू के चटपटे पहाड़ी गुटके न बनते हों. वहीं, आलू के गुटकों पर चार चांद लगाती हैं भांग की चटनी. साथ ही पहाड़ी लाल मिर्च जो हर किसी के मुंह में पानी ला देती है. जिसका मजा होल्यार सदियों से बदस्तूर लिए जा रहे हैं.

होली आयोजक हेमा उप्रेती ने बताया कि लोहे की कढ़ाई में पहाड़ी मसालों से बने आलू के गुटके होली के जायके को लाजवाब बना देते हैं. फिर वो होली महिलाओं की हो या फिर पुरुषों की, खड़ी हो या फिर बैठी होली. सभी में होल्यारों का पसंदीदा पकवान आलू के गुटके ही हैं.

कुमाउंनी होली में पहाड़ी आलू के गुटके

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हेमा ने बताया कि आलू के गुटके के साथ बनाई जाने वाली चटनी में भुनी भांग के साथ नींबू, लाल मिर्च, जीरा और हरा धनिया मिला होता है. उन्होंने बताया कि कुमाउंनी होली में आलू के गुटकों का तड़का हफ्ते भर जारी रहता है. आने वाले दौर में भी यही उम्मीद है कि कुमाउंनी होली के प्रत्येक पकवान का स्वाद होल्यार यूं ही लेते रहेंगे.

Last Updated : Mar 9, 2020, 6:35 PM IST

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