पिथौरागढ़:आपदा के अंतर्गत आने वाले जोन फाइव में बसा पिथौरागढ़ जिला लंबे समय से बिना आपदा प्रबंधन अधिकारी के चल रहा है. मॉनसून सीजन में इस महत्वपूर्ण पद के खाली होने से आपदा प्रबंधन विभाग जस-तस चल रहा है. वहीं, जिला प्रशासन ने तात्कालिक व्यवस्था के तहत युवा कल्याण अधिकारी और जिला पर्यटन अधिकारी दोनों को इस पद का जिम्मा सौंपा गया है.
चीन और नेपाल सीमा से घिरा पिथौरागढ़ जिला भूकंम और आपदा की दृष्टि से प्रदेश का सबसे संवेदनशील जिला है. इस जिले में 125 से अधिक गांव संवेदनशील है. यहां हर साल बादल फटने और भूस्खलन की घटनाएं होती हैं. जिले में पिछले 2 दशकों में आपदा से मरने वालों का आंकड़ा एक हजार के पार हो चुका है.
लापरवाही: मॉनसून में खाली है आपदा प्रबंधन अधिकारी की कुर्सी
आपदा से ग्रस्त पिथौरागढ़ जिले में लंबे समय से आपदा प्रबंधन अधिकारी का पद खाली चल रहा है. मॉनसून सीजन में इस महत्वपूर्ण पद के खाली होने से आपदा प्रबंधन विभाग का कार्य ठीला चल रहा है.
खाली पड़ी आपदा प्रबंधन अधिकारी की कुर्सी.
मॉनसून सीजन शुरू होने के बावजूद जिले में आपदा प्रबंधन अधिकारी का पद नहीं भरा गया है. इस अहम पद के खाली होने से प्रशासन को आपदा की सूचना समय पर नहीं मिल पा रही है. वहीं, जिला प्रशासन का कहना है कि आपदा प्रबंधन अधिकारी पद के लिए शीघ्र नियुक्ति का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है.