पिथौरागढ़: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को पिथौरागढ़ स्थित विकास भवन सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ जनपद में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की. विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनपद में जो भी निर्माण कार्य गतिमान है, उनमें तेजी लायी जाए.
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से पीएमजीएसवाई एवं एनएच के अधिकारियों को सड़क निर्माण व सड़क चौड़ीकरण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने स्पोर्ट कॉलेज लेलू के निर्माण कार्य में भी तेजी लाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए. वहीं जिला कारागार पिथौरागढ़ के निर्माण कार्य को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए.
उन्होंने पंडित नैन सिंह सर्वेयर पर्वतारोहण ट्रेनिंग सेंटर मुनस्यारी को संबंधित विभाग को हैंडओवर करने तथा शेष कार्यों का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजने के निर्देश भी संबंधित कार्यदाई संस्था के अधिकारी को दिए हैं. उन्होंने सभी संबंधित कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो निर्माण कार्य पूर्ण हो गए हैं, उनके हैंडओवर की कार्रवाई शुरू कर दी जाए.
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि जनपद में विकास कार्यों की प्रगति में सुधार की जरूरत है, लिहाजा सभी संबंधित अधिकारी अपनी जिम्मेदारी को समझें तथा विकास कार्यों को शीघ्र पूर्ण करें. ताकि जनपद की जनता उन विकास योजनाओं का शीघ्र लाभ ले सकें. उन्होंने कहा कि कई वर्ष पूर्व शुरू हुए निर्माण कार्य भी अभी तक पूर्ण नहीं हुए हैं, जोकि चिंता का विषय है.
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उन्होंने कहा कि पैसा चाहे राज्य सरकार का हो चाहे केंद्र सरकार का हो, उसका सुनियोजित ढंग से उपयोग सुनिश्चित किया जाए, ताकि उस धनराशि का जनता को समय पर लाभ मिल सके. उन्होंने कहा कि देश के माननीय प्रधानमंत्री देश के सीमांत जनपदों के विकास के प्रति गंभीर है, लिहाजा सभी अधिकारी सीमांत जनपद पिथौरागढ़ को एक आदर्श जनपद के रूप में विकसित करें.
छात्रों से भी मिले सीएम धामी: वन विभाग के विश्राम गृह में जनपद के विभिन्न स्कूलों के प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं, खिलाड़ियों एवं एनसीसी कैडेट्स के छात्र-छात्राओं से वार्ता की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने छात्र-छात्राओं से उनकी पढ़ाई के बारे में जानकारी ली. वार्ता के दौरान छात्र-छात्राओं ने शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने के लिए कुछ सुझाव भी मुख्यमंत्री के समक्ष रखे तथा शिक्षा के क्षेत्र में किए गए राज्य सरकार के बेहतर प्रयासों के लिए मुख्यमंत्री का आभार भी व्यक्त किया. वहीं छात्र-छात्राओं ने अपने-अपने विद्यालयों से संबंधित समस्याएं भी बताईं.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि यह सच है कि शिक्षा के क्षेत्र में अभी भी सुविधाओं को लेकर कुछ सुधार किए जाने की आवश्यकता है. लेकिन, यदि छात्र-छात्राओं में आगे बढ़ने का हौसला हो तो वे विपरीत परिस्थितियों में भी आगे बढ़ सकते हैं. उन्होंने कहा कि अब स्थिति पहले जैसे नहीं है. पहले सड़कें तक नहीं थी, अब सड़क मार्ग बन गये हैं. दूरसंचार व अन्य सुविधाएं भी विकसित हो गई हैं.
आज हम अर्थव्यवस्था में आगे बढ़ रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2047 में हम देश की आजादी की शताब्दी मनाएंगे. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यह लक्ष्य बनाकर चल रहे हैं कि हमारा देश वर्ष 2047 में विश्व का नंबर वन देश बने. इस लक्ष्य को पूरा करने में छात्र-छात्राएं अपना बेहतर योगदान दें. खेल, विज्ञान आदि हर क्षेत्र में बेहतर करने का प्रयास करें.