पिथौरागढ़: दो दिवसीय उत्तराखंड दौरे पर पहुंचे सेना प्रमुख एमएम नरवणे ने गुरुवार को चीन और नेपाल बॉर्डर से सटे पिथौरागढ़ जिले का दौरा किया. इस दौरान थल सेना प्रमुख ने 119 इंडिपेंडेंट ब्रिगेड पिथौरागढ़ में सैन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर ऑपरेशनल और सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की. इसके साथ ही चीन और नेपाल सीमा से सटे कालापानी, लिपुलेख और लिम्पियाधुरा का हवाई सर्वेक्षण भी किया.
पिथौरागढ़ मुख्यालय में मौजूद 119 इंडिपेंडेंट ब्रिगेड पहुंचने पर सेना के जवानों ने थल सेना प्रमुख को गार्ड ऑफ ऑनर दिया, जिसके बाद थल सेना प्रमुख ने सैन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की.
सेना प्रमुख नरवणे का पिथौरागढ़ दौरा. एमएम नरवणे ने चीन और नेपाल सीमा से सटे कालापानी, लिपुलेख और लिम्पियाधुरा का हवाई निरीक्षण भी किया. ये वही भारतीय इलाके हैं जिनको अपना बताकर नेपाल ने अपने नक्शे में शामिल किया है और दोनों देशों के रिश्तों में तल्खियां आयी हैं.
पढ़ें- माणा और नीती पहुंचे थल सेना प्रमुख नरवणे, चीन सीमा का किया हवाई निरीक्षण
इससे पहले बुधवार (11 नवंबर) को मनोज मुकुंद नरवणे ने माणा और नीती पहुंचकर भारत-चीन सीमा पर सेना चौकियों का हवाई निरीक्षण किया था. उन्होंने माणा गांव के आगे नीती, मलारी और अग्रिम भारतीय सीमा चौकी रिमखिम का भी हवाई निरीक्षण किया.
सेना प्रमुख का बॉर्डर इलाकों का दौरा सामरिक नजरिये से काफी अहम माना जा रहा है. गौरतलब है कि उत्तराखंड में चीन से लगती हुई 345 किलोमीटर लंबी सीमा है. इसमें से करीब 90 किलोमीटर चमोली जनपद में है. बाकी उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ में है. इसी कड़ी में आज नरवणे पिथौरागढ़ पहुंचे.
बता दें कि पिछले हफ्ते जनरल एमएम नरवणे के नेपाल का भी दौरा किया था, जिससे दोनों देशों के संबंध एक बार फिर से पटरी पर लौटते की उम्मीद नजर आ रही है. नेपाल में नरवणे ने अपने नेपाली समकक्ष जनरल पूर्ण चंद्र थापा के साथ एक बैठक की थी, जिसके दौरान दोनों पक्षों ने सेना-से-सेना संबंधों और द्विपक्षीय रक्षा सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की. इसके अलावा नरवणे को नेपाल सेना के जनरल पद की मानद रैंक से सम्मानित भी किया गया.