पिथौरागढ़: कोरोना संकट में काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को हेल्थ डिपार्टमेंट (health department) ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है. दरअसल कोरोना की सेकेंड वेब में हेल्थ डिपार्टमेंट ने 284 लोगों को कांट्रेक्ट के तहत रखा था. जिसमें डॉक्टर, फार्मासिस्ट, नर्स और वॉर्ड बॉय शामिल हैं. लगातार 4 महीने तक काम करने के बाद विभाग ने स्वास्थ्य कर्मियों को सैलरी नहीं दी. वहीं वेतन की मांग करने पर विभाग ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया है. ऐसे में सैकड़ों की संख्या में बेरोजगार हुए युवाओं ने आंदोलन शुरू कर दिया है.
बता दें कि, कोरोना काल के दौरान अपनी जान की परवाह किए बगैर अग्रिम पंक्ति में सेवाएं दे रहे स्वास्थ्य कर्मी अब खुद संकट में आ गए हैं. स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि राज्य सरकार के निर्देश पर 3 माह के कॉन्ट्रेक्ट पर स्वास्थ्य कर्मियों को रखा गया था. लेकिन जिले में कोरोना के केस कम होने के कारण उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई है.