पौड़ीः कोठार गांव के पास बीते दो साल पहले नया केंद्रीय विद्यालय बनकर तैयार हो गया है. इस साल से नया सत्र शुरू होना था. हालांकि, कोविड-19 के चलते अभी विद्यालय में पठन-पाठन की शुरुआत नहीं हो पाई है, लेकिन इनदिनों केवी की ओर जाने वाली सड़क का डामरीकरण किया जा रहा है. जिस पर स्थानीय लोगों ने गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाए हैं. साथ ही विरोध में उतरने लगे हैं.
केंद्रीय विद्यालय की सड़क निर्माण कार्य पर उठे सवाल. दरअसल, कोठार गांव के रहने वाले लोगों ने पीएमओ को एक पत्र लिखकर अवगत करवाया था कि केंद्रीय विद्यालय तक जाने वाली सड़क पर जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं और विद्यालय शुरू होने के बाद यहां पर बड़ा हादसा हो सकता है. साथ ही उन्होंने सड़क की मरम्मत की मांग की थी. जिसके बाद लोक निर्माण विभाग ने डामरीकरण का कार्य शुरू कर दिया है, लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि विभाग मात्र खानापूर्ति के लिए इस सड़क का निर्माण कर रहा है. साथ ही विभाग की ओर से सड़क डामरीकरण का जो कार्य किया जा रहा है. उसमें गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जा रहा है. यदि जल्द ही विभाग गुणवत्ता को नहीं सुधरा जाता है तो वो संघर्ष के लिए भी तैयार रहेंगे.
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कोठार गांव के रहने वाले भाष्कर बहुगुणा ने बताया कि साल 2018 में उन्होंने पीएमओ को पत्र लिखकर अवगत करवाया था कि केंद्रीय विद्यालय तक जाने वाली सड़क पर जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं और केंद्रीय विद्यालय के शुरू होने के बाद यहां पर वाहनों की आवाजाही बढ़ जाएगी. जिससे बड़ा हादसा होने की संभावनाएं भी बढ़ सकती है. जिसके बाद पीएमओ की ओर से जवाब मिला था कि जल्द ही सड़क का सुधारीकरण किया जाएगा, लेकिन लोक निर्माण विभाग पौड़ी की ओर से सड़क के सुधारीकरण के नाम पर मात्र खानापूर्ति की जा रही है.
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जिस गुणवत्ता के साथ सड़क का निर्माण कार्य होना चाहिए था, उस गुणवत्ता के साथ कार्य नहीं हो रहा है. इसके विरोध में आज सभी ग्रामीणों सड़कों पर पहुंचे. क्षेत्र पंचायत राकेश डोभाल ने बताया कि उन्होंने इस सड़क के सुधारीकरण के लिए लंबा संघर्ष किया है. सड़क का पुनर्निर्माण किया जा रहा है. जिसमें गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जा रहा है. यदि विभाग की ओर से इस सड़क की गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जाता है तो वो इसके लिए संघर्ष करने के लिए भी तैयार हैं.