पौड़ी: फायर सीजन शुरू होने के साथ ही उत्तराखंड के जंगल भी आग से धधकने लगे हैं. जंगलों को आग से बचाने की वन विभाग की कोशिशें धरातल पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा पा रही है. हालांकि वन विभाग अपनी तरफ से नए-नए प्रयास करने में जुटा हुआ है. इसी एक प्रयास के तहत पौड़ी में सोमवार को वनाग्नि पर गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें जनप्रतिनिधियों के माध्यम से लोगों को जन-जागरूकता लाने के लिए नई रणनीति बनाई गई.
विभाग अब गांव गांव जाकर ग्रामीणों को वनाग्नि के प्रति जागरूक कर रहे हैं, जिसमें विभाग के साथ अब जनप्रतिनिधि भी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. पौड़ी जिलाधिकारी आशीष चौहान ने वन समेत रेखीय विभागों को जीरो फॉरेस्ट फायर को लेकर अलर्ट रहने का कहा है. सोमवार को द्वारीखाल में वनाग्नि सुरक्षा को लेकर जन-जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें ग्रामीणों जंगलों में आग लगने से होने वाले दुष्प्रभावों की वैज्ञानिक जानकारियां बताई गई. साथ ही वन विभाग ने ग्रामीणों से अपील की है कि वो वनाग्नि को रोकने में उनकी मदद करे.
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