पौड़ीःएसआईटी जांच में बीएड की डिग्री फर्जी पाई जाने के मामले में रुद्रप्रयाग जिले में तैनात एक एलटी शिक्षक पर गाज गिरी है. अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा गढ़वाल मंडल महावीर सिंह बिष्ट ने एलटी शिक्षक को सेवा से निलंबित कर दिया है. निलंबित एलटी शिक्षक को बीईओ अगस्त्यमुनि दफ्तर से अटैच कर दिया गया है. इस दौरान शिक्षक स्कूल में अपनी सेवा नहीं दे पाएगा. साथ ही बीईओ दफ्तर में रोज हाजिरी देनी होगी.
अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा गढ़वाल मंडल ने बीईओ (Block Educational Officer) अगस्त्यमुनि शिवलाल आर्य को पूरे मामले की विभागीय जांच कर 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट देने के निर्देश हुए हैं. इतना ही नहीं, शिक्षक के विरुद्ध थाना अगस्त्यमुनि में फर्जीवाड़ा मामले में एफआईआर भी दर्ज की गई है. यदि विभागीय जांच में भी शिक्षक पर उक्त आरोप सही पाए जाते हैं तो सेवा समाप्त की कार्रवाई की जाएगी.
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IAS रामविलास की न्यायिक हिरासत 19 जुलाई तक बढ़ी, आय से अधिक संपत्ति मामले में हुई थी गिरफ्तारी ये है मामलाः एडिशनल डायरेक्टर महावीर सिंह बिष्ट के मुताबिक, रुद्रप्रयाग जिले के राजकीय इंटर कॉलेज पठालीधार में तैनात हिंदी के सहायक अध्यापक गुलाब सिंह ने वर्ष 2004 में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ से बीएड किया था. इस बीच शिक्षक के खिलाफ विभाग में शिकायत की गई. शिकायत पर एसआईटी ने 23 सितंबर 2020 में शिक्षक की बीएड डिग्री जांच के लिए संबंधित विश्वविद्यालय को प्रेषित की.
विश्वविद्यालय के सचिव ने अपनी जांच रिपोर्ट में संबंधित शिक्षक का अनुक्रमांक और एनरोलमेंट नंबर अपने कॉलेज से जारी नहीं होने की बात कही. एडी बिष्ट ने बताया कि एसआईटी जांच में प्रथमदृष्टा बीएड की अंक तालिका और प्रमाण पत्रों पर संदेह होने के साथ ही इनके फर्जी होने के चलते शिक्षक को निलंबित किया गया है. बताया कि शिक्षक ने इसी डिग्री से नियुक्ति पाई है.