पौड़ीः राष्ट्रीय राजमार्ग 534 हादसों को न्योता दे रहा है. राष्ट्रीय राजमार्ग 534 पर कोटद्वार से सतपुली तक 2 दर्जन से भी अधिक डेंजर जोन हैं. जिन जगहों पर हरदम पहाड़ी से भूस्खलन और पत्थर गिरने का भय रहता है. कई बार इन जगहों पर मार्ग अवरुद्ध हो चुका है लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारी ध्यान देने नहीं दे रहे हैं. वर्तमान में मार्ग पर पैराफिट, क्रैश बैरियर और साईनिंग बोर्ड नहीं लगाए गए हैं.
यह देखा जा सकते है कि राष्ट्रीय राजमार्ग के कार्यालय में साइनिंग बोर्ड के ढेर किस तरह लगाए गए हैं. डेंजर जोन पर सुरक्षा की दृष्टि से कोई कार्य नहीं किया गया है. भले ही राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारी कहते हैं कि डेंजर जोन पर क्रैश बैरियर पैराफिट सूचना बोर्ड लगा दिए गए हैं.
बता दें कि राष्ट्रीय राजमार्ग 534 नजीबाबाद-बुआखाल पर कोटद्वार सतपुली के बीच में कई डेंजर जोन हैं. जहां जगहों पर हरदम दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है. इन जगहों पर पहाड़ी से भूस्खलन और पत्थर गिरने का भय भी बना रहता है.
कई जगह पर मार्ग संकरा होने के कारण भी दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है. रोड सेफ्टी के नियमों के दौरान परिवहन विभाग की टीम ने राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों को बताया था कि कोटद्वार से लेकर सतपुली के बीच में 38 डेंजर जोन हैं लेकिन विभाग द्वारा अभी तक इन जोनों पर सुरक्षा की दृष्टि से कोई भी कार्य नहीं किया गया.