पौड़ी:दिल्ली केजवाहर लाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में रविवार शाम हुई हिंसा, तोड़फोड़ और हंगामे के बाद कई जगह प्रदर्शन हो रहे हैं. जेएनयू हिंसा पर राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के भी अलग-अलग बयान आ रहे हैं. जेएनयू हिंसा पर उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि इस तरह की घटना किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है.
उच्च शिक्षा मंत्री रावत ने कहा कि वह इस घटना का विरोध करते हैं. जेएनयू के छात्र शिक्षा के मंदिर को लड़ाई का अखाड़ा बनाना चाहते हैं. वामपंथी विचारधारा के लोगों ने एबीवीपी के छात्रों के साथ मारपीट की. इस मामले में दोषी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.
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मंत्री रावत ने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं के लिए भारत में कोई जगह नहीं है. गृह मंत्रालय जल्द ही इस घटना से संबंधित दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करेगा. उन्होंने साफ किया है कि इस तरह की घटनाओं में शामिल होने वाले छात्रों और व्यक्तियों को माफ नहीं किया जाएगा. उन्हें कानून के अंतर्गत कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी.
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बात दें रविवार शाम को जवाहर लाल नेहरू यूनिववर्सिटी (जेएनयू) कैंपस में कुछ नकाबपोश बदमाश घुस आए थे. उन्होंने यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स और टीचरों को बेरहमी से पीटा था. जेएनयू में हुई हिंसा में छात्रसंघ अध्यक्ष आईशी घोष समेत 30 से ज्यादा छात्र और टीचर गंभीर रूप से घायल हुए, जिन्हें एम्स और सफदरजंग में भर्ती कराया गया था.