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पौड़ी में वैज्ञानिक तकनीक से होगा आपदा प्रभावित क्षेत्रों का पुनर्वास, भू-सर्वेक्षण से होगी शुरुआत - Disaster affected area in Pauri

पौड़ी जिले में आपदा प्रभावित क्षेत्रों को अब वैज्ञानिक तकनीक से बसाया जाएगा. इसके लिए जिलाधिकारी ने आपदा प्रभावित गांवों का भू-सर्वेक्षण करने का बात कही.

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पौड़ी में वैज्ञानिक तकनीक से होगा आपदा प्रभावित क्षेत्रों का पुनर्वास

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Published : Aug 19, 2023, 9:47 PM IST

पौड़ी: जिले में आपदा प्रभावित क्षेत्रों को अब वैज्ञानिक तकनीक से बसाया और बनाया जाएगा. जिला प्रशासन बीते दिनों जिले में हुई भारी बारिश के नुकसान का जायजा लेने में जुट गया है. इसके लिए डीएम खुद आपदा प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर स्थिति का जायजा ले रहे हैं. जिससे आने वाले समय में आपदा प्रभावित गांवों को वैज्ञानिक तरीके से बसाए जाने की रणनीति पर काम किया जा सकेगा.

पौड़ी डीएम आशीष चैहान ने बीते सप्ताह यमकेश्वर के विभिन्न क्षेत्रों में हुई भारी बारिश से नुकसान का स्थलीय निरीक्षण किया. उन्होंने यमकेश्वर के बीरकाटन, जुलेड़ी, मराल समेत खैरखाल और बैरागढ़ समेत आदि गांवों में बरसात से हुए नुकसान का जायजा लिया. उन्होंने क्षतिग्रस्त सड़क, संपर्क मार्गों और आबादी के सुरक्षात्मक कार्यों को तत्काल आपदा मद से पूरा करने के लिए कहा. उन्होंने संबंधित विभागों को शीघ्र ही आपदा के कार्यों में सरकारी मशीनरी को शीघ्र ही जुट जाने के निर्देश दिए. साथ ही आपदा से हुई पशुक्षति और स्थाई व अस्थाई परिसंपत्ति के नुकसान का आंकलन करते हुए तत्काल मुआवजा व राहत राशि का वितरण करने के लिए कहा है. डीएम ने कहा आपदा प्रभावितों को तत्काल आपदा राशि वितरित की जाए. इस कार्य में हीलाहवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

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यमकेश्वर में भारी बारिश के चलते हुए भूस्खलन से काफी नुकसान हुआ. अगर योजना सफल हुई तो आने वाले समय में प्रकृति की मार को कुछ हद तक कम किया जा सकेगा. इसके लिए डीएम डा. आशीष चैहान ने विज्ञान की मदद ली है. डीएम ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर आपदा से हुए नुकसान और भविष्य में इसके रोकथाम के लिए वैज्ञानिक तकनीक से नए निर्माण कार्य के लिए अध्ययन करने को कहा है. डीएम डा. चैहान ने कहा जिन क्षेत्रों में आपदा का ग्राफ अधिक है उन स्थानों पर वैज्ञानिक तकनीक से बसावट की प्रक्रिया नए सिरे से शुरू की जाएगी. इसके लिए जल्द ही भू-सर्वेक्षण व अध्ययन करवाया जाएगा.

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