पौड़ी: शिक्षा विभाग के कार्यालय के पास लोक निर्माण विभाग के बारात घर में बनाए गए कोविड केयर सेंटर का स्थानीय लोगों ने विरोध किया है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि कोविड केयर सेंटर की बिल्डिंग से निकलने वाला गंदा पानी आवासीय बस्तियों में जा रहा है, जिससे कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा बढ़ गया है. इसीलिए स्थानीय लोगों ने जिलाधिकारी पौड़ी को ज्ञापन देकर कोविड केयर सेंटर कहीं और शिफ्ट करने की मांग की है.
स्थानीय महिला संगीता रावत के मुताबिक पहले कोविड केयर सेंटर का कूड़ा करकट उनके घरों के पास भेजा जा रहा था. जिसका उन्होंने विरोध किया था. इस संबंध में जिलाधिकारी पौड़ी को ज्ञापन देकर मांग की थी कि इस सेंटर को शहर से बाहर शिफ्ट किया जाए. ताकि कोरोना संक्रमण के फैलने की संभावना ही न रहे.
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वहीं एक बार फिर बिल्डिंग के पाइप लीकेज होने से सारा गंदा पानी उनके घरों की तरफ आ रहा है. ऐसे में उनके और उनके परिवार को भी संक्रमित होने का खतरा बढ़ता जा रहा है. उन्होंने एसडीएम पौड़ी से मांग की है कि जल्द इनकी मरम्मत की जाए. साथ ही इसे शहर से बाहर अन्यत्र शिफ्ट किया जाए.
एसडीएम पौड़ी एसएस राणा ने बताया कि उन्होंने खुद मौके पर जाकर देखा कि पाइप लीकेज हो रहे हैं, जिसके लिए उन्होंने लोक निर्माण विभाग को पत्र भेजकर निर्देशित कर दिया है कि जल्द से जल्द पाइप की मरम्मत की जाए. अन्यथा उनके विरुद्ध कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
कौड़िया चेक पोस्ट बढ़ाई गई सख्ती
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कोटद्वार के कौड़िया चेक पोस्ट पर सख्ती बढ़ाई गई है. कौड़िया चेक पोस्ट पर खुद सीओ और एसडीएम ने कमान संभाली हुई है. कौड़िया और चिल्लरखाल चेक पोस्ट पर अन्य राज्य से आने वाले लोगों की सख्त चेकिंग की जा रही है. किसी को भी बिना कोरोना निगेटिव रिपोर्ट जिले की सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है.
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उपजिलाधिकारी कोटद्वार योगेश मेहरा ने बताया कि शासन की गाइडलाइन के मुताबिक बाहरी राज्य से आने वाले लोगों को 72 घंटे पहले की कोरोना निगेटिव रिपोर्ट साथ लानी होगी. इसके लिए कौड़िया चेक पोस्ट पर पुलिस फोर्स तैनात किया गया है. लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग या कोई अन्य रास्ता हो उस पर भी पुलिस फोर्स को निर्देशित किया गया है कि वह इन रास्तों से आने वाले सभी लोगों से 72 घंटे पूर्व की निगेटिव रिपोर्ट जांच के बाद ही प्रवेश करने दें.