श्रीनगर:पौड़ी जिले का श्रीनगर बस डिपो शोपीस बन गया है. अतिक्रमणकारियों के कारण नया बनकर तैयार हुए डिपो से बसों का संचालन नहीं हो पा रहा है. डिपो से बसों का संचालन करने में विभाग को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस संबंध में विभाग कई बार जिला प्रशासन से लेकर तहसील प्रशासन तक को गुहार लगा चुका है, लेकिन डिपो की समस्या जस की तस बनी हुई है. आलम यह है कि मार्च 2023 तक डिपो परिवहन निगम को हैंड ओवर किया जाना था लेकिन 3 माह बीत जाने के बाद भी हैंडओवर की कार्रवाई शुरू नहीं हो पाई है.
शोपीस बना 3 करोड़ का नया श्रीनगर बस डिपो, 3 महीने बाद भी बसों का संचालन ठप
श्रीनगर के नए बस डिपो से तीन माह बाद भी बसों का संचालन नहीं हो पा रहा है. बस के रास्ते पर अतिक्रमण इसका सबसे बड़ा कारण बन चुका है. डीएम ने श्रीनगर एसडीएम को जांच का जिम्मा सौंपा है.
गौरतलब है कि श्रीनगर में पुराने बस डिपो की हालत खस्ता हो चुकी है. इसके बाद क्षेत्र में एक नये बस डिपो के निर्माण की कार्य योजना बनाई गई. 3 करोड़ से अधिक की लागत में डिपो बनकर तैयार हुआ. लेकिन डिपो बन जाने के बाद भी परिवहन निगम की बसें एनआईटी ग्राउंड के पास अस्थाई डिपो से संचालित हो रही हैं. यहां भी यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अस्थाई डिपो में ना तो यात्रियों के बैठने की उचित व्यवस्था है और ना ही धूप या बारिश से बचने के कोई इंतजाम.
परिवहन निगम के श्रीनगर डिपो के अकाउंटेंट अशोक काला का कहना है कि नए बस डिपो में बसों के आने जाने का कोई रास्ता नहीं बन पा रहा है. यहां अतिक्रमण के चलते रास्ता संकरा हो गया है. इससे बसों के आवागमन में दिक्कत आ रही है. इस संबंध में जिला प्रशासन को कई बार अवगत कराया गया है, लेकिन समस्या का कोई हल नहीं निकल पा रहा है. नए बस डिपो का निर्माण 3 करोड़ से अधिक की धनराशि में किया गया है. मामले पर पौड़ी जिलाधिकारी आशीष चौहान का कहना है कि डिपो के संबंध में जांच श्रीनगर एसडीएम अजय वीर सिंह को सौंपी गई है. जल्द परिवहन निगम की इस दिक्कत को सुलझा लिया जाएगा.
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