नैनीताल: हाईकोर्ट के निर्देश पर जिला विकास प्राधिकरण की टीम सूखाताल क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने पहुंची. इस दौरान टीम को क्षेत्रीय लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा. दिनभर चले बवाल के बाद शाम को जिला विकास प्राधिकरण की टीम बिना कार्रवाई के वापस लौट गई. अब 30 दिसंबर से क्षेत्र में फिर प्राधिकरण अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करेगा.
नैनीताल विकास प्राधिकरण की कार्रवाई की सूचना मिलते ही सुबह से क्षेत्रीय लोग सुखाताल की सड़कों पर धरने बैठ गए और टीम को चिन्हित क्षेत्र तक नहीं जाने दिया. इस दौरान क्षेत्र वासियों और प्राधिकरण सचिव पंकज उपाध्याय सहित प्रशासन की टीम के बीच तीखी नोकझोंक हुई. अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई का विरोध कर रहे क्षेत्रीय लोग सड़कों पर ही धरने पर बैठ गए. माहौल गर्म होता देख क्षेत्रीय विधायक सरिता आर्या भी मौके पर पहुंची. जिन्होंने प्राधिकरण के अधिकारियों से वार्ता की और प्राधिकरण ने कार्रवाई 15 दिन के लिए स्थगित कर दिया.
स्थानीयों ने कहा हम कड़ाके की ठंड में अपने घरों को छोड़कर नहीं जा सकते. लिहाजा उनको दो माह का समय दिया जाए. जिसके बाद विधायक ने प्राधिकरण सचिव से लोगों को आवास खाली करने के लिए समय देने की मांग की. वहीं, प्राधिकरण की टीम अतिक्रमणकारियों को 15 दिन का समय देते हुए बिना कार्रवाई किए बैरंग लौट गई. इस दौरान डीडीए सचिव पंकज उपाध्याय ने सभी अतिक्रमणकारियों को चेतावनी दी है कि जिन लोगों को नोटिस दिए गए हैं. वे 15 दिन के भीतर अपना अतिक्रमण हटा लें, अन्यथा उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
ये भी पढ़ें:बाघ के चलते उत्तराखंड के इस इलाके में लगी धारा-144, जानें कारण