नैनीताल: एनएच-74 भूमि मुआवजा घोटाले के मामले में 9 करोड़ का मुआवजा लेने वाले किसान दिलबाग सिंह ने नैनीताल जिला न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया है. घोटाले में हो रही गिरफ्तारियों के डर से दिलबाग भारत छोड़ कनाडा भाग गया था, कुछ दिन पहले ही वो भारत लौटा है. बता दें कि एसआईटी ने प्रारंभिक जांच में दिलबाग सिंह के खिलाफ भूमि मुआवजा घोटाले के मामले में बैक डेट में 143 कर 9 करोड़ लेने का मामला दर्ज किया था.
नैनीताल जिला कोर्ट ने भगोड़े किसान की संपत्ति कुर्क करने के आदेश दिए थे और कहा था कि अगर किसान वापस नहीं आता है, तो उसकी संपत्ति कुर्क कर ली जाएगी. जिसके बाद दिलबाग सिंह ने कोर्ट में सरेंडर किया है.
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क्या है NH-74 भूमि मुआवजा घोटाला ?
2017 में NH-74 भूमि मुआवजा घोटाला सामने आया था. इस मामले में सिडकुल पुलिस चौकी में केस दर्ज किया गया था. मामले में एसआईटी ने जांच शुरू की. जिसमें 211 करोड़ से अधिक के घोटाले की पुष्टि हुई. जांच में पता चला कि किसानों ने बैक डेट में 143 करके अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से करोड़ों का मुआवजा गटक लिया है.
जिसके बाद एसआईटी ने करीब 28 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों समेत बिल्डर किसानों की गिरफ्तारी की. इसमें 5 किसानों ने पूर्व में ही अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए जमानत याचिका भी लगाई. उन्हीं में एक काश्तकार दिलबाग सिंह पर भी बैक डेट में 143 कर 9 करोड़ से अधिक मुआवजा लेने का आरोप था और एसआईटी द्वारा दिलबाग सिंह को गिरफ्तार किया जाना था. दिलबाग सिंह अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए कनाडा भाग गया था. जिसके बाद कोर्ट ने दिलबाग सिंह की संपत्ति कुर्क करने के आदेश दे दिये थे.
जिसके बाद दिलबाग सिंह ने बुधवार नैनीताल जिला कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया. नैनीताल की विशेष अदालत ने आरोपी किसान को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.