हल्द्वानी:प्रदेश सरकार को सबसे ज्यादा खनन से राजस्व देने वाली गौला नदी से निकलने वाले उप खनिज कार्य अपने निर्धारित समय से पहले ही बंद हो गया है. ऐसे में नदी से उप खनिज नहीं निकलने से जहां सरकार को राजस्व का भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है, वहीं गौला नदी से खनन से जुड़े लोगों को मिलने वाला रोजगार भी बंद हो चुका है. यही नहीं खनन बंद हो जाने के चलते नदी में काम करने वाले बाहर से आए मजदूर अब अपने घरों को लौटने को मजबूर हैं.
बताया जा रहा है कि नदी से उप खनिज खरीदने वाले स्टोन क्रशर संचालकों द्वारा खरीदी जाने वाली उप खनिज भंडारण अनुमति लक्ष्य पूरा हो चुका है. जिसके चलते स्टोन क्रशर स्वामी उप खनिज की खरीद नहीं कर रहे हैं.बताया जा रहा है कि इस वित्तीय वर्ष में सरकार द्वारा गौला नदी से 33 लाख घन मीटर उप खनिज की निकासी की जानी थी. जिसके सापेक्ष में अभी तक 24 लाख घन मीटर उपखनिज की निकासी हो पाई है, जबकि 9 लाख मीटर अभी भी उप खनिज की निकासी होनी बाकी है. ऐसे में अगर 9 लाख घन मीटर की उप खनिज की निकासी नहीं हुई तो सरकार को करीब 17 करोड़ का घाटा उठाना पड़ सकता है.