कालाढूंगी: हिमालयी राज्यों में पड़ रही कड़ाके की ठंड का असर पक्षियों में भी देखने को मिला है. ऐसे में प्रवासी पक्षी भी उतराखंड का रुख कर रहे हैं. वहीं, प्रवासी पक्षी इन दिनों भोजन की तलाश में 5 हजार किलोमीटर दूर बौर जलाशय में अपना डेरा डाले हुए हैं. बौर जलाशय में साइबेरियन, कज़ाकिस्तान व रूस, तिब्बत से प्रवासी पक्षियों ने पहुंचना शुरू कर दिया है. वहीं, इन प्रवासी पक्षियों की आमद से पक्षी प्रेमी भी खासे खुश नजर आ रहे हैं.
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इनदिनों जलाशयों में अठखेली करते परिंदों के दीदार को पक्षी प्रेमी और सैलानी भी पहुंच रहे हैं. बौर जलाशय में 550 से ज्यादा पक्षियों की प्रजातियां पायी जाती हैं. लेकिन सर्दियों में सुर्खाब, वाल क्रीपर, ब्लैक स्टॉर्क, पिनटेल, रेड क्रुसेड पोचार्ड, कॉमन पोचार्ड, टीपीड, मलाड कार्बोरेटर पक्षी समेत तमाम किस्म के पक्षियों की प्रजातियां पहुंचने से बौर जलाशय गुलजार हो गया है.
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बौर जलाशय में इनकी आमद के साथ-साथ इनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी वन विभाग पर है, प्रवासी पक्षियों की आने से पर्यटन से जुड़े कारोबारियों के लिए शुभ संकेत है. वन क्षेत्राधिकारी नारायण गौतम ने बताया कि कॉर्बेट फाउंडेशन रामनगर की ओर से वन कर्मियों को मेहमान पक्षियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है और प्रवासी पक्षियों की सुरक्षा का जिम्मेदारी भी वनकर्मियों पर है. वन विभाग पूर्ण रूप से प्रवासी पक्षियों की देखभाल में लगा हुआ है.