हल्द्वानी: कोरोना का संक्रमण तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है. रोग के खतरे को देखते हुए लोग इस बार ठंडी चीजों का सेवन करने से परहेज कर रहे हैं. ऐसे में इस बार आइसक्रीम विक्रेताओं का कारोबार पूरी तरह से चौपट हो गया है.
दरअसल मार्च महीने के अंत में पूरे देश में लॉकडाउन लगा दिया गया था. सभी कारोबार बंद होने के साथ आइस्क्रीम की बिक्री भी रोक दी गई थी. वर्तमान में इस कारोबार ने रफ्तार पकड़ी ही थी, लेकिन इस मौसम में लोगों को सर्दी-जुकाम की शिकायत होने लगी. साथ ही लोगों ने कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए आइसक्रीम से तौबा कर ली. ऐसे में आइसक्रीम व्यापारियों का कारोबार चौपट हो गया है.
आइसक्रीम का धंधा हुआ चौपट ये भी पढ़ें: गर्भवती महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर कोरोना का प्रभाव
आइसक्रीम व्यापारियों का कहना है कि उत्तराखंड पर्यटन प्रदेश भी कहा जाता है. हर साल इन महीनों में लाखों पर्यटक यहां की पहाड़ियों का दीदार करने आते थे. ऐसे में गर्मियों के इस सीजन में करीब 12 से 15 करोड़ का कारोबार होता था. लेकिन इस बार कोरोना के खौफ से न तो पर्यटक प्रदेश का रुख कर रहे हैं और न ही यहां के लोग आइसक्रीम खरीद रहे हैं. इसकी वजह से इस बार आइसक्रीम का धंधा चौपट हो गया है. इस बार विवाह, जन्मदिन और अन्य समारोह भी लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए हो रहे हैं. इसकी वजह से आइसक्रीम की बिक्री में 30% से 40% की गिरावट आई है.
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वहीं, डॉक्टरों का कहना है, कि इन दिनों आइसक्रीम खाने से बुखार, जुकाम और खांसी सहित अन्य बीमारियां हो सकती हैं. अगर मौसम में परिवर्तन हो रहा हो तो लोगों को ठंडे पदार्थों के सेवन से परहेज करना चाहिए. हालांकि वर्तमान समय ठंडे पदार्थों के सेवन के लिए जरा भी अनुकूल नहीं है. वहीं, डॉक्टरों का मानना है, कि ठंडे पदार्थों के सेवन से इंसान की रोग प्रतिरोधक क्षमता क्षीण होने लगती है. ऐसे में लोगों को इस मौसम में ठंडे पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए.