हल्द्वानीः महाराष्ट्र में रातों-रात बनी बीजेपी सरकार पर कांग्रेस पार्टी जमकर निशाना साध रही है. इसी कड़ी में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने महाराष्ट्र में पल-पल बदल रहे सियासी हालात पर सवाल उठाए हैं. हरदा का कहना है कि लोकतंत्र का स्तर नीचे गिरता जा रहा है. इस पूरे खेल में राज्यपाल के पद के दुरुपयोग करने की पूरी कोशिश की गई है. साथ ही उन्होंने बीजेपी को घायल बताया है.
महाराष्ट्र सियासत पर बयान देते पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत. हरीश रावत ने कहा कि महाराष्ट्र में बनने वाली सरकार को केंद्र सरकार की शह पर सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय और इनकम टैक्स तय कर रही है, क्योंकि शह और मात का खेल आयकर विभाग को सामने रखकर खेला जा रहा है. यह राजनीति में गिरने का सबसे निम्न स्तर है.
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हरदा ने कहा कि राजनीति में सत्ता हासिल करने के लिए धूर्तता वाली चाल किस तरह से चली जाती है, ये महाराष्ट्र में देखने को मिला है. जो राजनीति का निकृष्ट स्तर है और अजीत पवार ने केंद्र सरकार के दबाव में राजनीति के अंदर सबसे निकृष्ट खेल खेला है और अब सवाल शरद पवार की लीडरशिप पर उठने लाजमी हैं.
वहीं, उन्होंने कहा कि यह चुनावी बांड नहीं है. यह केवल इलेक्शन कमीशन के नियमों का फायदा उठाकर भ्रष्टाचार को शिष्टाचार में बदलने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि कुछ विशेष ग्रुपों को पैसे का फायदा देकर उनसे कमीशन लिया जा रहा है.
साथ ही कहा कि बीजेपी सरकार में दो तरह के भ्रष्टाचार चल रहे हैं. एक तो गैरकानूनी और दूसरा कानूनी भ्रष्टाचार. सबसे बड़ी बात यह है कि भ्रष्टाचार संविधान की आत्मा के साथ खिलवाड़ होने जैसा है.