हल्द्वानी: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में नेताओं के बीच जमकर तंज कसे जा रहे हैं. रविवार को बीजेपी के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के चारधाम और चारकाम पर व्यंग्य करते हुए कहा था कि कांग्रेस के चारधाम सोनिया गांधी, बाबा राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और राबर्ट वाड्रा हैं. वे उससे आगे कुछ नहीं सोच सकते. जब हरीश रावत मुख्यमंत्री थे तो वे भी इन्हीं धामों के गुण गाते थे. शिवराज सिंह के बयान पर हरीश रावत की भी प्रतिक्रिया आई हैं. उन्होंने सीएम शिवराज सिंह के व्यंग्य पर आपत्ति जताई है.
हरीश रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री पद पर बैठे व्यक्ति को गैर जिम्मेदाराना बात नहीं कहनी चाहिए. जिस तरह से उन्होंने चारधाम को लेकर टिप्पणी की है, वह अमर्यादित और निंदनीय है. उनका कांग्रेस और अपनी प्रतिद्वंदी पार्टी के लिए इस तरह का बयान देना लोकतंत्र का अपमान है.
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हरीश रावत ने शिवराज सिंह को नकली धर्माचरणी बताया है, जिनका धर्म पर विश्वास नहीं है. कांग्रेस में धर्म पर विश्वास रखने वाले लोग हैं. हरीश रावत ने कहा कि उन्हें अपने धर्म पर विश्वास है, जिसकी व्याख्या शिकागो में स्वामी विवेकानंद ने थी. स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि हमारा धर्म महान है, हमारा धर्म उधार है और हमारा धर्म भारतीय परंपरा का प्रतीक है. इसलिए वह अपने इस धर्म को देखते हैं, लेकिन शिवराज सिंह और बीजेपी के लोग धर्म के नाम पर बांटने वाले लोग हैं.