रामनगरःआपदा प्रभावितकुनखेत गांव में चार दिन बाद भी सरकारी मदद नहीं पहुंच पाई है. इतना ही नहीं आपदा प्रभावितों की सुध तक नहीं ली गई. अब जाकर पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य आपदा प्रभावितों की सुध लेने मौके पर पहुंचे. जहां उन्होंने पीड़ितों से मिलकर उनकी पीड़ा सुनी. इस दौरान उन्होंने सरकार पर गंभीर आरोप भी लगाए. खास बात ये है कि आपदा प्रभावित गांव उनके ही बेटे संजीव आर्य का विधानसभा क्षेत्र है.
बता दें कि उत्तराखंड में आसमानी आफत ने जमकर कहर बरपाया है. रामनगर के कई ग्रामीण इलाकों में भी जमकर तबाही मची. विकासखंड कोटाबाग के अंतर्गत आने वाला कुनखेत गांव भी आपदा की मार से नहीं बच पाया. नैनीताल विधानसभा क्षेत्र के इस गांव में करीब 10 मकान आपदा की भेंट चढ़ गए. जबकि, ग्रामीणों की धान की फसल भी पूरी तरह चौपट हो गई, लेकिन हैरानी की बात ये है कि चार दिन बीत जाने के बाद भी इस गांव की सुध नहीं ली गई. इस इलाके के विधायक संजीव आर्य भी अभी तक जनता का हाल जानने नहीं आए हैं. बेटे के विधानसभा क्षेत्र में उनके पिता यशपाल आर्य आज हालचाल लेने पहुंचे.
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आपदा पीड़ितों की सुध लेने वाला कोई नहींःसरकार और प्रशासन की ओर से प्रभावित ग्रामीणों को आपदा के तहत दी जाने वाली मदद में राशन व टेंट तो दूर एक मोमबत्ती तक भी रोशनी के लिए नहीं पहुंची है. इससे सरकार और प्रशासन की गंभीरता की पोल खुल रही है. पीड़ित परिवारों का कहना है कि वो इस आपदा में अपना सब कुछ खो चुके हैं, लेकिन अभी तक न तो प्रशासन का कोई अधिकारी आया, न ही सरकार का कोई जन प्रतिनिधि.