हल्द्वानी:उत्तराखंड का नबंर वन डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म ईटीवी भारत एक बार फिर गरीब और असहाय लोगों की आवाज बनकर उभरा है. नैनीताल के हल्द्वानी में ईटीवी भारत की मुहिम के कारण मौत से जूझ रहे एक शख्स का सरकार ने संज्ञान लिया है. दरअसल, बुधवार को ईटीवी भारत ने हल्द्वानी की दो मासूम बेटियों के दर्द की खबर प्रमुखता से उठाई थी. जिसका सीएम पुष्कर सिंह धामी ने त्वरित संज्ञान लेते हुए पीड़ित परिवार को तुरंत मदद देने के जिलाधिकारी को निर्देश दिए हैं.
सीएम धामी ने दिए निर्देश: CM धामी ने सोशल साइट फेसबुक पर लिखा- हल्द्वानी में पिता के इलाज के लिए दो मासूम बेटियों द्वारा चंदा मांगने की जानकारी सोशल मीडिया के ज़रिए प्राप्त हुई थी. इस संबंध में त्वरित कार्रवाई करते हुए मरीज़ गोपाल शर्मा जी के इलाज हेतु उचित इंतज़ाम किए जा रहे हैं व उपचार में कोई दिक्कत ना आए, इसके लिए स्वास्थ्य सचिव को जरूरी दिशा-निर्देश दे दिए हैं.
दिल्ली में तैनात एडिशनल रेजिडेंट कमिश्नर को भी सफदरजंग अस्पताल में जाकर वहां तैनात चिकित्सकों से वार्ता कर, मरीज को बेहतर से बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया गया है. मेरी ईश्वर से प्रार्थना है कि वो श्री गोपाल शर्मा जी को शीघ्र से शीघ्र स्वस्थ बनाएं.
पिता के ठीक होने तक परिजन चाहें तो बच्चों को SOS Children’s Village में रख सकते हैं, यहां बच्चों की उचित देखभाल की जाएगी व उन्हें किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। ETV भारत बना मासूमों की आवाज. बुधवार को ईटीवी भारत ने हल्द्वानी की दो मासूम बेटियों की खबर प्रकाशित की थी. खबर के मुताबिक, अपने पिता के इलाज के लिए दो मासूम बेटियां दर-दर भटक रही हैं. दोनों बेटियां अब पिता के इलाज के लिए लोगों से चंदा मांग रही हैं. ताकि उनके पिता का इलाज हो सके. कुछ स्थानीय लोग इन बच्चियों की सहायता भी कर रहे हैं, लेकिन बच्चियों के पास इतने पैसे नहीं हैं कि वह अपने पिता का अच्छे से इलाज करा सकें.
ईटीवी भारत बना परिवार की आवाजः डारिया धान मिल निवासी गोपाल शर्मा को कुछ दिन पहले ब्रेन हेमरेज हो गया. उन्हें इलाज के लिए स्थानीय लोग सुशीला तिवारी अस्पताल ले गए. सुशीला तिवारी अस्पताल से डॉक्टरों ने गोपाल को निजी हॉस्पिटल में रेफर कर दिया. वहां सामाजिक संगठन और स्थानीय लोगों की मदद से इलाज में करीब ₹2 लाख का खर्च हुआ, लेकिन स्थिति इतनी खराब हुई कि गोपाल शर्मा को दिल्ली भेजना पड़ा. वहीं, दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में गोपाल शर्मा का इलाज चल रहा है. वहां भी उनकी दो सर्जरी हो चुकी हैं, लेकिन उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. वे अभी भी आईसीयू में भर्ती हैं. मौत और जिंदगी के बीच जूझ रहे, लेकिन पैसा नहीं होने पर चलते उचित इलाज नहीं मिल पा रहा है. गोपाल शर्मा की पत्नी उनकी देखभाल कर रही हैं. जबकि उनकी 7 और 8 वर्षीय दो बेटियां पिता के इलाज में मदद की गुहार लगाते हए दर-बदर भटक रही हैं.
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एक लाख रुपए की तुरंत मददःवहीं, खबर प्रकाशित होने के बाद मुख्यमंत्री धामी ने मामले का संज्ञान लिया और जिलाधिकारी को तुरंत मदद के निर्देश दिए. नैनीताल डीएम के आदेश पर उपजिलाधिकारी हल्द्वानी मनीष कुमार सिंह और सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह ने सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) फंड के माध्यम से पीड़ित परिवार को एक लाख रुपए की त्वरित मदद पहुंचाई. साथ ही मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री राहत कोष से भी पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता करने की आश्वासन दिया है. इसके अलावा कई अन्य सामाजिक संगठन भी पीड़ित परिवार को मदद के लिए सामने आए हैं. वहीं, जिला प्रशासन और पीड़ित परिवार ने इस खबर को प्रमुखता से उठाये जाने पर ईटीवी भारत का धन्यवाद किया है.