राहुल गांधी पर भड़के साधु-संत. हरिद्वार: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर जो बयान दिया है, उससे वो एक बार फिर बीजेपी और हिंदू संगठनों के साथ साधु-संतों के निशाने पर आ गए हैं. राहुल गांधी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर दिए बयान को लेकर काली सेना के प्रमुख स्वामी आनंद स्वरूप की प्रतिक्रिया आई है. स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा कि पदयात्रा से दाढ़ी तो बढ़ जाती है, लेकिन बुद्धि नहीं.
स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा कि जिस तरह के राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ठग बताया है, उसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री होने से पहले एक संत हैं, वो एक सिद्ध पीठ के पीठाधीश्वर भी हैं. स्वामी आनंद स्वरुप ने कहा कि योगी आदित्यनाथ भगवा की शान है और ऐसे संत को ठग कहकर राहुल गांधी ने अपनी ही नहीं, बल्कि पूरी कांग्रेस की कब्र खोदने का काम कर लिया है.
पढ़ें-Shankaracharya Swami nischalananda saraswati: बस्तर में शंकराचार्य का बयान, मोहन भागवत के पास ज्ञान की कमी, मोदी और योगी पर कही बड़ी बात
स्वामी आनंद स्वरूप का कहना है कि कांग्रेस को किसी दुश्मन की आवश्यकता नहीं है, बल्कि उनके नेता ही कांग्रेस के दुश्मन बन गए हैं. जब तक राहुल गांधी जैसे नेता कांग्रेस में रहेंगे, तब तक कांग्रेस को किसी दुश्मन की जरूरत नहीं है. राहुल गांधी खुद ही कांग्रेस को डुबाने में लगे हुए हैं. स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा कि जिस देश में 5 करोड़ से अधिक संत रहते हो, उस देश में किसी भी संत का अपमान नहीं सहा जाएगा. राहुल गांधी को अपने बयान पर मांफी मागनी चाहिए. यदि वो ऐसा नहीं करते है तो इसका परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें.
पढ़ें-साक्षी महाराज बोले- आजम, अतीक और मुख्तार अंसारी दुष्ट तो सीएम योगी भगवान, बुलडोजर उनका हथियार
राहुल गांधी का बयान: दरअसल, राहुल गांधी ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि बीजेपी देश की सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य में जो कर रही है वो धर्म नहीं, अधर्म है. उन्होंने कहा कि ‘‘सीएम योगी को अगर हिंदू धर्म समझ आता तो वह जो करते हैं वो नहीं करते. वह अपने मठ का अपमान कर रहे हैं. वह धार्मिक नेता नहीं, बल्कि एक मामूली ठग हैं.’’ राहुल ने कहा कि उन्होंने इस्लाम, ईसाई, यहूदी धर्म के बारे में पढ़ा है और बौद्ध धर्म के बारे में पढ़ा है. हिंदू धर्म को वो समझते हैं. कोई धर्म ये नहीं कहता कि नफरत फैलाओ.