रुड़कीःभारी बारिश का कहर प्रदेश में कई इलाकों में देखने को मिला है. हालांकि, कई इलाके अभी भी पानी से लबालब भरे हुए हैं. रुड़की में भी श्मशान घाट परिसर पानी से भरा हुआ है. जिसके चलते दाह संस्कार कराने आ रहे लोगों को बैरंग लौटना पड़ रहा है. उन्हें दूसरे श्मशान घाटों पर जाकर अंतिम संस्कार करना पड़ रहा है.
बता दें कि रुड़की के सलेमपुर और प्रेमनगर इलाके में पिछले लंबे समय से जलभराव की समस्या बनी हुई है. श्मशान घाट में 15 दिन और कृष्णानगर आदि इलाकों में 30 दिन से पानी भरा हुआ है. बीते एक हफ्ते से रुड़की नगर निगम की ओर से बिजली घर से पानी की निकासी की जा रही है. अब ये पानी तालाब से होते हुए आबादी क्षेत्र और श्मशान घाट परिसर में घुस आया है. जिससे श्मशान घाट में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है.
बताया जा रहा है कि बीते दिनों सलेमपुर और प्रेमनगर श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार करने के लिए लोग दो शव लेकर पहुंचे, लेकिन श्मशान घाट परिसर में जलभराव के कारण दोनों शवों को रुड़की के मालवीय चौक स्थित श्मशान घाट में ले जाकर अंतिम संस्कार करना पड़ा. गौर हो कि रुड़की के कृष्णानगर, राजेंद्र नगर, शास्त्री नगर, विनित नगर, शिवपुरम, समेलपुर राजपुतान, प्रेमनगर क्षेत्र के लोगों के लिए इस बार बारिश आफत बनकर बरसी है.
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वहीं, कृष्णा नगर की पार्षद शिवानी कश्यप के प्रतिनिधि संजय कश्यप ने बताया कि शव लेकर आए लोगों ने शमशान घाट में जलभराव को देखकर काफी नाराजगी जताई है. वो घर से शव को कंधों पर लेकर यहां तक आए थे, लेकिन जलभराव की वजह से वो अंतिम संस्कार नहीं कर पाए. मजबूरन उन्हें गाड़ी बुक करवाकर शव को मालवीय चौक स्थित श्मशान घाट ले जाना पड़ा.
रुड़की नगर निगम के मुख्य नगर आयुक्त विजय नाथ शुक्ला ने बताया कि जलभराव वाले इलाकों से मोटर पंप की मदद से लगातार पानी की निकासी की जा रही है. नगर निगम की ओर से हर संभव प्रयास किया जा रहा है. ताकि, जल्द से जल्द पानी की निकासी की जा सके. जिससे लोगों को राहत मिल सके.