हरिद्वार:धर्नमनगरी में इस बार जन्माष्टमी के मौके पर सार्वजनिक कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगाया गया है. सभी आश्रमों, अखाड़ों और प्राचीन मंदिरों को हिदायत दी गई है कि जन्माष्टमी के मौके पर कोई भी सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित न किया जाए. वहीं, हरिद्वार के रोशनाबाद जेल में जन्माष्टमी की इन दिनों रौनक लगी हुई है. यहां सभी कैदी मिलजुल कर जन्माष्टमी मना रहे हैं. बता दें कि हरिद्वार के रोशनाबाद स्थित जिला कारागार जेल में जन्माष्टमी के तीन दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है.
जेल अधीक्षक मनोज आर्य ने बताया कि जन्माष्टमी पर्व के पावन अवसर पर तीन दिवसीय कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. जन्माष्टमी पर्व को लेकर कैदियों में काफी उत्साह देखा गया है. मनोज आर्य ने बताया शनिवार को कंस जन्म से लेकर भगवान श्री कृष्ण के जन्म उत्सव के कार्यक्रम का मंचन किया गया. रंगमंच पर अपनी कला के माध्यम से कार्यक्रम को सफल और बनाने के लिए बंदी पिछले कई दिनों से पात्रों की रिहर्सल में जुटे हुए हैं.
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इसमें सभी कैदी अपनी अपनी प्रतिभा दिखा रहे है. कल के मंचन में शिव तांडव, कंस के दरबार नितक्रिया का नित्य हरियाणवी गानों पर डांस भी किया गया. मनोज आर्य ने बताया कृष्ण भगवान की विभिन्न लीलाओं का 3 दिन मंच के माध्यम से वर्णन किया जाएगा. जिसमें कैदियों द्वारा विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये जाएंगे.
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सार्वजनिक आयोजनों पर प्रतिबंध: हरिद्वार में जन्माष्टमी के मौके पर इस बार हरिद्वार में न तो झांकियां सजेंगी और ना ही मेले लगेंगे. केवल आश्रम प्रबंधक अपने अपने मंदिरों में बिना किसी भीड़-भाड़ के पूजा कर सकते हैं.
हरिद्वार में जन्माष्टमी के मौके पर सार्वजनिक आयोजनों पर प्रतिबंध एसएसपी के मुताबिक हरकी पैड़ी कनखल और ज्वालापुर के अलावा रुड़की, लक्सर में भी पुलिस द्वारा संपर्क अभियान चलाया जा रहा है. सार्वजनिक कार्यक्रम करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. जो भी मठ मंदिरों में जन्माष्टमी का कार्यक्रम किया करते थे, उन्हें पहले से ही सूचना दे दी गई है. एसएसपी ने बताया कोरोना महामारी को देखते हुए जो भी राज्य सरकार की गाइडलाइन है, उसका पालन कराया जाएगा.