हरिद्वार:आगामी हरिद्वार महाकुंभ 2021 को राज्य सरकार भव्य तरीके से कराना चाहती है. इसलिए कुंभ कार्यों के लिए इस साल गंगनहर को हर साल होने वाली बंदी से 10 दिन पहले एक महीने के लिए बंद कर दिया गया है. इस दौरान गंगनहर की सफाई, पुलों की मरम्मत, रंग-रोगन और अन्य कार्यों को किया जाएगा.
गंगनहर के बंद होने से हरकी पौड़ी में जल काफी कम हो गया है, जिससे हरिद्वार पहुंचे श्रद्धालुओं को काफी मायूसी हाथ लग रही है. उनको धार्मिक अनुष्ठान करने के लिए पर्याप्त गंगा जल नहीं मिल रहा है. ऐसे में श्रद्धालुओं ने प्रशासन से व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की मांग की है. वहीं, श्रद्धालुओं का कहना है कि इस बार काफी कम पानी गंगा में नजर आ रहा है. गंगा में सफाई व्यवस्था भी कहीं नजर नहीं आ रही है. श्रद्धालुओं का यह भी कहना है कि सफाई करने के और भी कई विकल्प हैं. लेकिन सफाई करने के लिए पानी रोकने की कोई आवश्यकता नहीं है. उनका कहना है कि श्रद्धालु आस्था से हरिद्वार आते हैं और यहां आकर गंगा में डुबकी लगाने लायक भी पानी नहीं मिलता है. श्रद्धालुओं का कहना है कि गंगा के उद्गम स्थल पर ही गंगा का यह हाल है, तो अन्य जगहों का क्या हाल होगा.
गंगनहर के बंद होने से श्रद्धालु मायूस. स्थानीय प्रसासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए. हरकी पौड़ी पर पर्याप्त मात्रा में गंगाजल छोड़ा जाए, ताकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को मायूसी हाथ न लगे. गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने कहा कि अनुबंध के अनुसार 200 क्यूसेक जल हरकी पौड़ी पर होना अनिवार्य है. गंगा बंदी की जो अनुमति गंगा सभा द्वारा दी जाती है. उसमें यह उल्लेख होता है कि 200 क्यूसेक जल हरकी पौड़ी पर उपलब्ध रहेगा. रात्रि में 12 बजे गंग नहर को बंद किया गया है और सुबह जल हरकी पौड़ी पर उपलब्ध नहीं था. इसके लिए संबंधित अधिकारियों को अवगत कराया गया है. अधिकारियों ने आश्वासन दिया गया है कि देर शाम या सुबह तक पर्याप्त जल हरकी पैड़ी पर उपलब्ध करा दिया जाएगा.
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उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के एसडीओ विक्रांत सैनी का कहना है कि हरकी पैड़ी पर पर्याप्त मात्रा में जल उपलब्ध कराने के लिए व्यवस्था की गई है. इसके लिए लेबर और मशीनों को लगाया गया है. सुबह थोड़ी जल की कमी थी मगर धीरे-धीरे जल की मात्रा बढ़ रही है. श्रीगंगा सभा के पदाधिकारियों से वार्ता हो रही है. जल पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराने के लिए कार्य किए जा रहे हैं. देर शाम या सुबह तक पर्याप्त मात्रा में गंगाजल हरकी पौड़ी में श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध हो जाएगा.